लड़की को रेप होने देना चाहिए था : बलात्कारी

निर्भया कांड जिसने पूरे मुल्क को दहला कर रख दिया था. जिसके बाद लड़कियों को रात में घर से निकलते वक्त अपनी सेक्युरिटी की फिक्र सताने लगी थी. उस गैंगरेप के मुल्ज़िम भले ही जेल में अपने किए की सजा काट रहे हों लेकिन उन्हीं में से एक मुल्ज़िम रेपिस्ट को अपने किए का कोई पछतावा नहीं है. मुल्ज़िम रेपिस्ट का कहना है कि निर्भया खुद इस वाकिया की जिम्मेदार है.

बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री के लिए दिए गए इंटरव्यू में रेपिस्ट मुकेश सिंह ने कहा कि, ‘बलात्कार के लिए लड़के से ज्यादा लड़की जिम्मेदार होती है.’

इस बयान से ही आप अंदाजा लगा सकते हैं कि अपने किए पर वो ज़रा भी शर्मिंदा नहीं है. उल्टा वह लड़कियों को ही ऐसे वाकियात का जिम्मेदार बता रहा है. इतना ही नही रेपिस्ट मुकेश ने यह भी कहा कि अगर अगर लड़की और उसके दोस्त ने इतना एहतिजाज न किया होता, तो वे उन्हें इतनी बुरी तरह से न मारते. लड़की की मौत को एक हादिसा बताते हुए मुकेश ने कहा, ‘रेप के वक्त उसे मुखालिफत नहीं करना चाहिए था. उसे खामोश रहना चाहिए था और रेप यानी बलात्कार होने देना चाहिए था, तब रेप के बाद उसे छोड़ दिया जाता और सिर्फ लड़के को मारा जाता.’

मुकेश ने कहा कि, ‘ताली एक हाथ से नहीं बजती, दोनों हाथों की जरूरत होती है. एक अच्छी लड़की 9 बजे रात को बाहर नहीं घूमती.’
फांसी की सजा पाए मुकेश सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की है. मुकेश का मानना है कि अगर उसे और दूसरे मुजरिमों को फांसी दी जाती है, तो इससे मुस्तकबिल में रेप की शिकार लड़कियों के लिए खतरा बढ़ जाएगा. मुकेश ने कहा कि, ‘फांसी से लड़कियों के लिए खतरा बढ़ जाएगा. अभी उनका रेप करने के बाद कहा जाता है कि इसे जाने दो, ये किसी से कुछ नहीं कहेगी. बाद में जब उनका रेप होगा, तो रेप करने वाले, खास तौर पर मुजरिम लोग, लड़की को मार डालेंगे.’