लड़की ने थाने में लगाई फांसी

सीतापुर: उत्तर प्रदेश में सीतापुर के महमूदाबाद थाने में पीर के रोज़ एक लड़की के फांसी लगाकर खुदकुशी कर लेने के बाद गुस्साई भीड़ के पथराव से पुलिस इंस्पेक्टर और पुलिस सुप्रीटेंडेंट समेत 13 लोग ज़ख्मी हो गए. फांसी के बाद भीड़ ने थाना को घेर लिया. पुलिस की जीप को आग के हवाले कर दिया और जमकर पथराव किया.

सरपसंदो को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया, आंसू गैस के गोले छोड़े और फायरिंग की. पुलिस सुप्रोटेंडेंट राजीव कृष्ण के मुताबिक पथराव में लखनऊ के पुलिस इंस्पेक्टर जनरल जकी अहमद के साथ ही उन्हें भी चोटें आई हैं. पुलिस के 11 जवान ज़ख्मी हुए हैं.

पब्लिक के दो लोगों को भी चोटें आई हैं. उन्होंने बताया कि दफा 144 का सख्ती से अमल किया जा रहा है. हालात काबू में है लेकिन सरपसंद / अनासिर / उपद्रवी बवाल करने की कोशिश में हैं. आसपास के जिलों की फोर्स भी बुला ली गई है.

सीतापुर पुलिस सुप्रीटेंडेंट के मुताबिक ज़ीनत नाम की लड़की इतवार की रात को इधर-उधर घूम रही थी. फारेस्ट डिपार्टमेंट के मुलाज़्मीन ने उसे पकड़ा और गश्त कर रहे पुलिस अहलकारों को सौंप दिया. उसने अपना घर तीन-चार जगह बताया. पुलिस उसे उसके बताए मुकाम पर ले गई. बाद में पुलिस अहलकार उसे थाने लाए.

सुबह वह बाथरूम गई और दुपट्टे से उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. दूसरी ओर उसके घर वालों का इल्ज़ाम है कि लड़की ने फांसी नहीं लगाई बल्कि रेप कर उसका क़त्ल कर दिया गया .

इस वाकिया के बाद वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई. भीड़ ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. भीड़ ने गाड़ियों में आग लगाना और पथराव करना शुरू कर दिया. लड़की के घरवालों का कहना है कि उसने खुदकुशी नहीं की है बल्कि उसे मारा गया है. इसकी जांच होनी चाहिए.