साबिक़ वजीरे आला नीतीश कुमार ने कहा कि जदयू से भाजपा और आरएसएस की लड़ाई दरअसल गांधी को मानने वालों और मारने वालों के दरमियान की है। इस लड़ाई को जदयू ख्याल की ताकत से जीतेगा। प्रोग्राम को राब्ता सफर के सियासी सम्मेलन में मुतासीर किया जाएगा।
खुसुसि रियासत का दर्जा, खुसुसि मदद, काला धन और दीगर वादों से पलटी भाजपा सिर्फ झूठी पार्टी है। नीतीश 7 सर्कुलर रोड वाकेय अपने रिहाइशगाह पर प्रदेश जदयू के किसान सेल की बैठक को खिताब कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सियासी कारोबारी नहीं है। यह लोगों की सर्विस करने का जरिया है। इसी बुनियाद पर बिहार में रफ्तार से तरक़्क़ी व पूरे समाज बनाने की कोशिश किया जा रहा है।
जदयू की हुकूमत ने इन ख्यालों को पॉलिसियों और प्रोग्राम के जरिये से तरक़्क़ी को रफ्तार दी। समाज में कमजोर से कमजोर तबके की बेहतरी की कोशिश किया। इसके ओपोजीट आरएसएस उन तंजीमोन का मिसाल है, जिनके जहरीले ख्यालों ने आजादी के पांच माह में ही गांधी की कत्ल करा दी।
जदयू के रियासती सदर वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा- बैठक का असल मक़सद यह यकीन दिहानी करना है कि राब्ता सफर के दौरान सियासी प्रोग्राम में उस जिले के कारकुनान हिस्सा ले सकें। नीतीश 13 से 29 नवंबर तक 34 जिलों में राब्ता सफर करेंगे। हर जिले में वहां के गांव, पंचायत, ब्लॉक, जिला और रियासती सतह के कारकुनान मौजूद रहेंगे।