हज़रत अनस (रज़ी.) रिवायत करते हें कि रसूल अकरम (स.व.) ने इरशाद फ़रमाया जो शख़्स दो लड़कीयों की परवरिश करे, यहां तक कि वो बालिग़ हो जाएं तो वो और मैं क़ियामत के दिन इस तरह होंगे। आप स.व. ने अपने हाथ की उंगलीयों को बिल्कुल मिलाकर दिखाया, यानी जिस तरह ये दो उंगलियां आपस में एक दूसरे से मिली होई हैं, इसी तरह में और वो शख़्स साथ साथ होंगे।
हज़रत अबद अल्लाह बिन अब्बास (रज़ी.) से रिवायत हे कि रसूल अकरम स.व. ने फ़रमाया जिस शख़्स के यहां बेटी पैदा हुई,
फिर वो ना तो उसे कोई ईज़ा पहुंचाए और ना तौहीन और नाक़द्री करे, और ना मुहब्बत-ओ-बरताउ में बेटे को इस पर तर्जीह दे तो अल्लाह ताला बेटी के साथ हुस्न-ए-सुलूक के सिला में इस को जन्नत अता फ़रमाएगा।
हज़रत आईशा सिद्दीक़ा (रज़ी.) हे कि मेरे पास एक औरत दो बेटीयों को लेकर आई और कुछ मांगा। उम उल्मोनीनिन के पास सिर्फ एक खजूर था, वही दे दीया। औरत ने इस के दो हिस्से करके दोनों बेटीयों को दीएं और ख़ुद ना खाई। फिर वो उठ कर चली गई। फिर नबी अकरम स.व. तशरीफ़ लाए तो मेने पूरी बात आप स.व. को बत्ला दी। आप स.व. ने इस वाक़िया की बिना पर पूरी उम्मत की बेटीयों का मुक़ाम ऊंचा कर दिया। फ़रमाया जिस शख़्स पर अल्लाह ताला की तरफ़ से बेटीयों की ज़िम्मेदारी डाली गई और इस ने उन के साथ अच्छा सुलूक किया (यानी ज़िम्मेदारी को बख़ूबी अंजाम दिया) तो ये बेटियां इस के लिए जहन्नुम से बचाउ का सामान बन जाएंगी।
मत्लब ये कि ये आदमी गुनाहों की वजह से सज़ा और अज़ाब का मुस्तहिक़ होगा, मगर बेटीयों के साथ हुस्न-ए-सुलूक के सिला में इस की मग़फ़िरत फ़र्मा दी जाएगी।
हज़रत अबू हुरैरा (रज़ी.) से मर्वी हे कि नबी करीम स.व. ने इरशाद फ़रमाया जिस की तीन बेटियां हों और वो उन की मशक़्क़तों और उन की तरफ़ से तकलीफों और उन के लिए सहूलतों की फ़राहमी सब बातों पर सब्र और बर्दाश्त से काम ले। इन के साथ रहमत और शफ़क़त की वजह से अल्लाह ताला उस को जन्नत अता फ़रमाएगा। एक शख़्स ने अर्ज़ किया अगर दो लड़कीयां हों?। आप ने फ़रमाया उस को भी अल्लाह ताला जन्नत अता फ़रमाएगा। एक और शख़्स ने अर्ज़ किया अगर सिर्फ एक लड़की हो?। आप स.व. ने फ़रमाया उस को भी जन्नत नसीब होगी।
हज़रत अब्बू सईद ख़ुद्री (रज़ी.) से रिवायत हे कि रसूल करीम स.व. ने इरशाद फ़रमाया कि जिस शख़्स ने तीन बेटीयों या तीन बहनों या दो बेटीयों या दो बहनों की परवरिश की और उन की अच्छी तर्बीयत की और उन के साथ अच्छा सुलूक किया और फिर इन का निकाह भी करदिया तो अल्लाह ताला की तरफ़ से इस के लिए जन्नत का फ़ैसला है।