इतनी गर्म !
* तीन दोस्त ( गप्पे बाज़) बैठे बातें कररहे थे।
एक दोस्त ने कहा, मैं इतनी गर्म चाय पीता हूँ कि अभी उबल रही होती है।
दूसरे ने कहा, मैं चाय चूल्हे से उतारकर फ़ौरन पी जाता हूँ।
तीसरे ने कहा कि ये कुछ भी नहीं में तो दूध , पत्ती और पानी पी कर चूल्हे पर बैठ जाता हूँ। चाय ख़ुद ही मादे में जाकर पक जाती है !
माफ़ करना
* पार्टी में देर से आने की वजह बताते हुए एक दोस्त ने मेज़बान दोस्त से कहा : माफ़ करना ! एक ज़रूरी काम था , तुम तो जानते ही हो कि मैं जो भी काम करता हूँ इस में इतना डूब जाता हूँ कि फिर मुझे होश ही नहीं रहता।
मेज़बान दोस्त जो काफ़ी ग़ुस्से में था बोला : तो फिर तुम कुँआं खोदने का काम क्यों नहीं करते!