पापाए रुम बेनेडिक्ट शाँज़ दहम कल से लबनान का सह (तीन)रोज़ा दौरा शुरू कर रहे हैं। लबनानी मसीहीयों को उम्मीद है कि उस्कुफ़-ए-आज़म के इस दौरे से वो एक बार फिर बैन-उल-अक़वामी तवज्जा का मर्कज़ बन सकेंगे। वाज़िह रहे कि मशरिक़-ए-वुसता के किसी भी दूसरे मलिक के मुक़ाबले में लबनान मैं मसीहीयों की सब से ज़्यादा तादाद आबाद है।
मुलक का सदर भी उन्ही में से होता है बावजूद के उन की ख़ाहिशहै कि मग़रिबी दुनिया में इन का मौक़िफ़ और भी ज़्यादा तवज्जा से सुना जाय। बेरूत के वस्त में वाक़ै सेंट जॉर्ज की थीडरल इन दिनों अक़ीदत मंदों से भरा रहता है, वहां पापाए रुम के दौरे के लिए तैय्यारी चल रही है।