लब्बैक अल्लाह हुम्मा लब्बैक की गूंज , आज़मीन की मीना रवानगी

वादी मुंह 04 नवंबर । ( एजैंसीज़ ) अक़्ता आलम के 30 लाख से ज़ाइद आज़मीन-ए-हज्ज आज शाम से वादी मीना की जानिब कूच कर गए ।

सफ़ैद ख़ेमों का शहर लब्बैक अल्लाह हुम्मा लब्बैक से गूंज रहा था । मक्का मुअज़्ज़मा से 5 कीलोमीटर दूर वादी मुंह में आज़मीन शब बसरी के बाद हफ़्ता की सुबह बाद नमाज़-ए-फ़ज्र मैदान अर्फ़ात पर जमा होंगे जहां वक़ूफ़ अर्फ़ात होगा जिस के साथ ही हज के रुकन आज़म की तकमील हो जाएगी ।

आज़मीन-ए-हज्ज का वादी मुंह पहूंचने का आज शाम आग़ाज़ हुआ और ये सिलसिला कल जुमा की शाम तक जारी रहेगा । पैदल , बसों , कारों , गाड़ीयों के ज़रीया ज़ईफ़-उल-उमर जवान , बच्चे , और ख़वातीन की बड़ी तादाद मक्का से वादी मुंह की तरफ़ कूच कररही है ।

हुकूमत सऊदी अरब ने दुनिया के इस अज़ीमुश्शान सब से बड़े इजतिमा केलिए सारी तैय्यारीयां मुकम्मल कर ली हैं। अपने तमाम वसाइल को मुतहर्रिक करते हुए इस्लाम के पांचवें अहम सतून फ़रीज़ा-ए-हज की अदायगी के लिए आने वाले लाखों मुस्लमानों को मनासिक हज में आसानी पैदा करने इंतिज़ामात किए गए हैं।

वलीअहद शहज़ादा नाइफ़ ने इंतिज़ामात का जायज़ा लिया हैं। इस साल से आज़मीन-ए-हज्ज को वादी मुंह , मैदान इर्फ़ान और मुज़दल्फ़ा से मरबूत रेलवे सरवेस से इस्तिफ़ादा का मौक़ा मिलेगा । इस के इलावा हज के अय्याम में ट्रांसपोर्ट निज़ाम को मवस्सर बनाया गया है ।

स्कियोरटी फोर्सेस ने अब तक 50 हज़ार गै़रक़ानूनी आज़मीन को वापिस भेज दिया है । गै़रक़ानूनी आज़मीन हुकूमत सऊदी अरब के हज इंतिज़ामात केलिए सब से बड़ा मसला होते हैं।