सेना के जवान लांस नायक मुख्तार अहमद मलिक ने आतंकवादियों को सेना की तैनाती के बारे में जानकारी देने के बजाय अपनी जान कुर्बान कर दी. लांस नायक मुख्तार अहमद मलिक से आतंकवादियों ने सेना की तैनाती के बारे में सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, अगर आप मुझे गोली मारना चाहते हैं तो मार दें लेकिन मुझसे सवाल मत पूछिए.
बेटे ने तोड़ा था हादसे में दम
मलिक अपने बेटे की मौत के बाद अपने घर आए हुए थे. लांस नायक मलिक का बेटा दुर्घटना का शिकार हो गया था और सेना के एक अस्पताल में चार दिन तक मौत से जंग लड़ने के बाद 15 सितंबर को उसने दम तोड़ दिया था.
He(Lance Naik Mukhtar Ahmad who was killed by terrorists) was on leave in Kulgam to perform last rites&to grieve untimely demise of his son in accident a few days ago. We stand in solidarity with martyr's family and assure full support at this hour of grief and in future: Army pic.twitter.com/Etw9m80kqW
— ANI (@ANI) September 17, 2018
घटना के बारे में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि जब परिवार ‘रस्म-ए-चौरम’ (मौत के बाद का अनुष्ठान) की तैयारी कर रहा था तभी आतंकवादी 43 साल के मलिक के घर में घुस गए. उनका घर दक्षिण कश्मीर के आतंकवाद प्रभावित कुलगाम जिले के चुरत गांव में है.
मुख्तार मलिक को ढूंढ़ते हुए पहुंचे आतंकी
चश्मदीदों के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादी उनके दोस्त की गतिविधि पर नजर रख रहे थे. वह मलिक के घर पहुंचकर उनकी तलाश करने लगे. उन्हें मलिक घर की पहली मंजिल पर मिले. आतंकवादी उनसे सेना की तैनाती के बारे में सवाल करने लगे.
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि मलिक ने आतंकवादियों से कहा था, अगर आप मुझे गोली मारना चाहते हैं तो मार दीजिए, मगर मुझसे सवाल मत कीजिए. इसके बाद, मलिक को करीब से गोली मार दी गई और उनकी मौके पर ही मौत हो गई. आतंकवादी मौके से भाग गए.