धारवाड़ कर्नाटक: फ़ौज के लांस नायक हनमनथप्पा की आख़िरी रसूमात आज सरकारी एज़ाज़ के साथ अंजाम देदी गईं। हज़ारो लोगों ने सियाचिन के बहादुर सिपाही को शुमाली कर्नाटक में ज़िला धारो उड़ा के मौज़ा बेटा डू में जज़बाती अंदाज़ में विदा किया। अर्थी जुलूस के दौरान हनमनथप्पा अमर रहे और हुब्ब-उल-व्तनी के नारे लगाए गए और उनकी नाश को यहां ग्राम पंचायत ऑफ़िस से मुत्तसिल ज़मीन में दफ़ना दिया गया।
इस मौक़े पर आबाई गांव और क़ुरब-ओ-जवार के इलाक़ों से आए हुए हज़ारो लोग शरीक थे। उनकी आख़िरी रसूमात लनगाएत बिरादरी के तौर तरीक़ों के मुताबिक़ अदा कर दी गईं । हनमनथप्पा की अहलिया , वालिदा और 2 साला लड़की ने यहां हाई स्कूल ग्राउंड पर उनका आख़िरी दीदारी किया।
इस मौक़े पर वहां मौजूद सैंकड़ों लोग अशकबार हो गए। क़ब्लअज़ीं चीफ़ मिनिस्टर सदा रामिया ने भी मौज़ा बेटा डू और पहुंच कर लांस नायक हनमनथप्पा के सोगवार ख़ानदान से मुलाक़ात कर के इज़हारे ताज़ियत किया था और रियासती हुकूमत की तरफ से 25 लाख रुपये ऐक्स ग्रेशिया का ऐलान किया।