लाखों कैकड़ों की फ़ौज की नक़ल वमकानी का दिलचस्प मंज़र

इंसानों की तरह हैवान,चरिंद ,परिंद और आबी मख़लूक़ भी बदलते मौसम और ग़िज़ा की तलाश में एक से दूसरी जगह हिज्रत करते नज़र आते हैं।

अमेरीकी जज़ीरे में भी हज़ारों नहीं बल्कि लाखों कैकड़ों ने मिल कर नक़्ल-ए-मकानी की जिन्हें देख कर ऐसा लग रहा है कि जैसे सीना ताने कोई फ़ौज किसी बड़े मार्के के लिए रवाना हो। जानवरों में हिज्रत के दौरान इत्तिहाद और क़दम से क़दम मिला कर चलने के हैरानकुन मुनाज़िर देखने को मिलते हैं जो लाखों की तादाद में होने के बावजूद एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ते