लाखों पैरा टीचर्स की रोज़गार से महरूमी का अंदेशा

नई दिल्ली

मर्कज़ फ़ौरी मुदाख़िलत करे राज्य सभा में सी पी ऐम रुकन की तवज्जे दहानी

मुल्क भर में लाखों पैरा टीचर्स के रोज़गार से महरूम होने का अंदेशा है। सी पी आई एम रुकन ने आज राज्य सभा में वक़फ़ा सिफ़र के दौरान ये मसला उठाते हुए मर्कज़ से मुदाख़िलत की ख़ाहिश की। तपन कुमार सेन ने कहा कि कई लाख असातिज़ा जिन्हें मुल्क भर में रीगोलर असातिज़ा के बजाय तक़र्रुर किया गया है मार्च तक वो रोज़गार से महरूम होसकते हैं क्योंकि हक़ तालीम के तहत उन्हें डिप्लोमा रखना ज़रूरी है।

उन्होंने बताया कि सिर्फ़ मग़रिबी बंगाल में ऐसे तक़रीबन 53 हज़ार टीचर्स हैं जिन की रोज़गार की मियाद 31 मार्च को ख़त्म होरही है । उन्होंने मर्कज़ी हुकूमत से इस मामले में मुदाख़िलत की ख़ाहिश करते हुए कहा कि एक संगीन मसला है। उन्होंने कहा कि कई ख़ानदानों का रोज़गार इस से मरबूत है। कोई भी रियासती हुकूमत मुख़्तसर से वक़फे में इस क़दर ज़्यादा तादाद में असातिज़ा का तक़र्रुर भी नहीं करसकती। मिनिस्टर आफ़ स्टेट पार्लिमानी उमूर मुख़तार अब्बास नक़वी ने कहा कि वो वज़ीर फ़रोग़ इंसानी वसाइल की तवज्जे इस जानिब मबज़ूल करवाईंगे । भूषण लाल जनगड़े (बी जे पी ) ने बलासपोर की सैंटर्ल यूनीवर्सिटी गुरु घासीदास विश्वा विद्यालय में वसाइल के फ़ुक़दान का मसला उठाया। उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपये उसकी तरक़्क़ी केलिए मंज़ूर किए गए लेकिन यहां कोई सहूलयात नहीं हैं।