लाखों फ़रज़नदान-ए-तौहीद को वक़ूफ़-ए-अर्फ़ात के साथ सआदत हज

पहली मर्तबा मक्का मेट्रो रेल की ख़िदमात से भी इस्तिफ़ादा । सारे ख़लीजी ममालिक में आज ईद-उल-अज़हा मनाई जाएगी

दुबई 5 नवंबर ( पी टी आई । एजैंसीज़ ) लब्बैक अल्ला हुम्मा लब्बैक की रूह प्रवर सदाऐं के साथ दुनिया भर से आए ज़ाइद अज़ 25 लाख फ़रज़नदान-ए-तौहीद आज वक़ूफ़ अर्फ़ात के साथ ही सआदत हज से मुशर्रफ़ होगए ।कल सऊदी अरब और दीगर ख़लीजी ममालिक में ईद-उल-अज़हा मनाई जाएगी। दुनिया भर के मुख़्तलिफ़ ख़तों (इलाकों) से आए हुए फ़रज़नदान-ए-तौहीद इस्लाम के पयाम –ए-मुसावात का अमली मुज़ाहरा करते हुए कल रात मिना में क़ियाम के बाद सुबह की अव्वलीन साअतों के साथ ही मैदान अर्फ़ात की जानिब रवाना होना शुरू होगए थे ।

मिना में ख़ेमों का एक शहर नज़र आरहा था जहां हर सिम्त हुज्जाज किराम के खे़मे और सफ़ैद एहराम बांधे हुए हुज्जाज किराम अल्लाह तबारक-ओ-ताली की हमद-ओ-सना ब्यान कर रहे थे । हुज्जाज किराम बसों न्यू मक्का मेट्रो के ज़रीया मैदान अर्फ़ात की सिम्त रवाना हुए जबकि कुछ पापियादा ही मैदान अर्फ़ात को रवाना होगए जहां पैग़ंबर इस्लाम हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा (स) ने हुज्जता उल-विदा का आख़िरी ख़ुतबा ब्यान फ़रमाया है । जारीया साल हज सीज़न में चीन की जानिब से तैय्यार करदा मेट्रो की ख़िदमात पहली मर्तबा हासिल की जा रही हैं जिस के ज़रीया फ़ी घंटा 72,000 आज़

मीन को मुंतक़िल करने की सहूलत है । इस सहूलत के नतीजा में अवाम का किसी एक जगह हुजूम जमा नहीं हो रहा है और इस से भगदड़ के अंदेशों को भी कम करने में मदद मिली है । मैदान अर्फ़ात में हुज्जाज किराम का इजतिमा मनासिक हज का अहम हिस्सा है और इस के बाद कल ईद-उल-अज़हा मनाई जाएगी और हुज्जाज किराम बारगाह यज़्दी में क़ुर्बानी पेश करेंगे ।

आज सुबह की अव्वलीन साअतों से ही हुज्जाज किराम सफ़ैद एहराम बांधे मैदान अर्फ़ात की सिम्त रवाना होना शुरू होगए थे । सुबह के वक़्तों तक जबल रहमत पर हुज्जाज किराम का इजतिमा इंसानी सुरों के समुंद्र का मंज़र पेश कर रहा था । हुज्जाज किराम यहां आने से क़बल काबता अल्लाह शरीफ़ के तवाफ़ से मुशर्रफ़ होचुके हैं और उन्हों ने सफ़ा-ओ-मरवाह के माबैन सुई होचुकी है ।

कल से रुमी जमार ( शैतान को कंकरीयां मारने ) का सिलसिला शुरू हो जाएगा। हुज्जाज किराम मुज़दल्फ़ा से कंकरीयां चुन कर रुमी जमार केलिए रवाना होंगे । सारे ख़लीजी इलाक़ा में कल ईद-उल-अज़हा मनाई जाएगी। हिंदूस्तान से इस साल 1,24,948 फ़रज़नदान-ए-तौहीद सआदत हज केलिए रवाना हुए हैं। हुकूमत सऊदी अरब की जानिब से हुज्जाज किराम की सहूलत केलिए बेमिसाल इंतिज़ामात किए गए हैं ।

किसी भी नाख़ुशगवार वाक़िया को टालने केलिए हर तरह की एहतियात बरती जा रही है । जुमला 63,000 सीकीवरीटी अहलकारों को हज सीज़न केलिए मुतय्यन किया गया है जबकि 17,000 ट्रैफ़िक पुलिस अहलकार अलैहदा हैं। सैंकड़ों ओहदेदारों को दीगर इंतिज़ामात केलिए भी ताय्युनात किया गया है । जारीया साल सऊदी अरब हुकूमत के बेमिसाल इंतिज़ामात के नतीजा में कोई नाख़ुशगवार वाक़िया ताहाल पेश नहीं आया है ।

वज़ारत-ए-दाख़िला के तर्जुमान जनरल मंसूर अलतरकी ने बताया कि इस साल तमाम इंतिज़ामात पुरसुकून अंदाज़ में हुए हैं और हुकूमत की मंसूबा बंदी अब तक कामयाब रही है । बिलकुल पहली मर्तबा इस साल मनासिक हज को वीडीयो वैब साईट Youtube पर रास्त टेलीकास्ट किया जा रहा है जिस का दुनिया भर में मुशाहिदा किया जा सकता है ।