लालकृष्ण आडवाणी का बड़ा बयान “सिंध और करांची के बिना भारत अधूरा”

भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने एक ऐसा बयान दिया है जिसे देख भारत के राष्ट्रवादी लोग सकते में आजाएँगे, श्री आडवाणी ने कहा कि सिंध और करांची के बिना भारत अधूरा है। सन 2006 में आडवाणी ने पाकिस्तान जा कर जिन्नहा की तारीफ़ की थी जिसके बाद उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा था। ऐसे में एक बार फिर आडवाणी ने जो बयान दिया है यह अपने आप में काफ़ी सराहनिये है।

समय-समय पर हिंदुस्तान-पाकिस्तान को एक देश के रूप में देखने और जोड़ने की बात होती रही है। आडवाणी के इस बयान से उन लोगों को फिर बल मिला जो लोग हिंदुस्तान-पाकिस्तान को एक देश के रूप में देखना चाहते हैं।

प्रजापति ब्रह्म कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के संस्थापक आध्यात्मिक गुरू पिताश्री ब्रह्मा के 48वें अधिरोहण समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने इस बात पर खेद प्रकट किया कि कराची, भारत का हिस्सा नहीं है और सिंध के बिना भारत अधूरा लगता है। आडवाणी का जन्म एक सिंधी परिवार में हुआ था। उन्होंने कहा, कभी-कभी मैं महसूस करता हूं कि कराची और सिंध अब भारत का हिस्सा नहीं रहे। मैं बचपन के दिनों में सिंध में आरएसएस में काफी सक्रिय था। मेरा मानना है कि सिंध के बिना भारत अधूरा है।