नीतीश ने कहा कि गया में मजहब तब्दील की जानकारी अखबारों से ही मिली है। अपनी मर्ज़ी से अगर कोई मजहब मानता है या फिर बदलता है, तो यह उसकी ज़ाती यकीन है, लेकिन किसी को लालच देकर या फिर जबरन मजहब तब्दील कराया जाता है, तो यह गलत और फिक्र की बात है। उन्होंने कहा कि मजहब के मामले पर राज्यसभा में मुससलसल ओपोजीशन पॉलिसी वाजेह करने की मांग कर रहा है, लेकिन अब तक हुकूमत की तरफ से एक लफ्ज भी नहीं कहा गया। इससे मजहब तब्दील करानेवालों को मनोबल ऊंचा हो रहा है। नाथू राम गोडसे के नाम पर बन रहे मंदिर के सवाल पर उन्होंने कहा कि बापू के क़ातिल को इज्ज़त दिया जा रहा है। इस मामले में हुकूमत को मुदाखिलत करना चाहिए।
नीतीश कुमार जुमा को दिल्ली के लिए रवाना हो गये। उन्होंने कहा कि वह केरल के एमपी वीरेंद्र कुमार की पार्टी का जदयू में शामिल के लिए मुनक्कीद तकरीब में शामिल होने जा रहे हैं। सनीचर को एम.पी. वीरेद्र कुमार की पार्टी का जदयू में शामिल होने जा रहा है। नीतीश कुमार ने कहा कि इस मिलाप से जनता परिवार के एक होने की शुरुआत हो रही है। इस इत्तिहाद को मजबूर और बड़ा करना ही अब तरजीह है।