लालू के ‘समझाने’ पर भी नहीं थमी जदयू-राजद की जुबानी जंग

पटना : बढ़े जुर्म के मसले पर शुरू हुई जदयू और राजद की जुबानी जंग राजद सरबराह लालू प्रसाद के हड़काने के बावजूद नहीं थमी। लालू ने जुमा को यह लड़ाई खत्म करने की कोशिश की। बयानबाजों को नसीहत दी- ‘अज़ीम इत्तिहाद के लीडर, खासकर तर्जुमान अपनी-अपनी टीआरपी बढ़ाने की कोशिश नहीं करें। फिजूल बातों से परहेज रखें। बोलने नहीं आता है, बातें समझ में नहीं आ रही हैं तो घर में चुपचाप सोएं।
इससे बेवजह मुगालिबत फैलती है। मुखालिफत को बोलने का मौका मिलता है। हमारी हुकूमत मजबूती से काम कर रही है।’ लेकिन दोनों तरफ के लीडर उलझे हुये हैं। लालू, आज मीडिया से मुखातिब थे। आपसी लड़ाई के बारे में पूछे जाने पर कहा-’दोनों तरफ के लोग उलूल-जलूल बातें करना बंद करें। नीतीश कुमार की कियादत में सरकार ने पूरी मजबूती के साथ बीड़ा उठाया है। महकमा की जायजा हो रही है। नई-नई मंसूबे ली जा रही हैं ताकि आवाम की जरूरत को पूरा किया जा सके। मुजरिमों का फन कुचला जाना है।’

ध्यान रहे, यह जुबानी लड़ाई तब शुरू हुई, जब लालू प्रेस कांफ्रेंस कर बढ़ते जुर्म पर भड़के और नीतीश कुमार से इसे कंट्रोल करने को कहा। यह नीतीश को लालू की हिदायत के तौर में तबलिग किया गया और इसी के बाद साथी दलों (जदयू, राजद) के लीडर एक-दूसरे के खिलाफ बोलने लगे।

सरकार के 41 दिन पास मार्क लायक भी नहीं : रघुवंश

राजद के क़ौमी नायब सदर डॉ.रघुवंश प्रसाद सिंह ने फिर कहा – सरकार चलाने की जिम्मेवारी सीएम की होती है। आवाम में जो परसेप्शन है हम वही बात कह रहे हैं। जुर्म पर कंट्रोल होना चाहिए। सरकार में राजद भी हिस्सेदार है। सरकार पर उंगली उठती है तो हम भी तो जिम्मेदार हैं। उनके मुताबिक हमारी सरकार के बीते 41 दिन का कामकाज पास मार्क लायक भी नहीं है। उन्होंने जदयू तर्जुमान संजय सिंह के बयान पर तब्सीरह से इंकार कर दिया।

डिरेल हो गए हैं रघुवंश बाबू : संजय
रियासती तर्जुमान संजय सिंह ने डॉ.रघुवंश प्रसाद सिंह को डिरेल बताया। कहा-रघुवंश बाबू सठिया गए हैं। लोक सभा इंतिख़ाब में औकात का पता चल गया। रामा सिंह से हार गए। असर दिमाग पर पड़ा है।

लालू की नसीहत पर अमल करें : मोदी
भाजपा लीडर सुशील मोदी ने कहा कि लालू की नसीहत पर नीतीश अमल करें। तिलमिलाएं नहीं। बयानबाजी से खींचतान सतह पर दिखने लगी है। जब हम सरकार में थे, ऐसी नौबत नहीं आई।

बोले नीतीश : लालू जी का सुझाव सही

वजीरे आला नीतीश कुमार पहली बार इस मामले पर बोले। कहा-लालू जी का जुर्म कंट्रोल वाला सुझाव सही है। यह अच्छी बात है। मैं अपनी तरफ से यही कहना चाहता हूं कि बिहार के लोगों का मुझ पर जो भरोसा है, उसको कायम रखना मेरा अहद है। इसके लिए जो भी जरूरी काम है, वह हम करते रहेंगे।