रियासत के साबिक़ नायब वज़ीरे आला और कानून साज कोंसिल में अपोजीशन रहनुमा सुशील कुमार मोदी ने कहा के लालू ने वही पाया जिस के वो हकदार थे। जब लालू ने आम का पेड़ नहीं लगाया तो आम कहाँ से पाएंगे। उन्होने कहा के चारा घोटाला केस में मेरी ही अर्ज़ी पर सीबीआई ने जांच की हिदायत दी थी। इस मामले के आने के बाद फायदा ये हुआ के बिहार में आला सतह के बद उनवानी रुक गयी। इस का सेहरा सीबीआई अफसर डॉक्टर यू एन विश्वास को जाता है। डॉक्टर विश्वास ने ही इस मामले को फूल प्रूफ बनाया था। अभी डॉक्टर विश्वास मगरीबी बंगाल में वज़ीर हैं।
मोदी ने कहा के में ने जो अर्ज़ी डाली थी। उस के असल मुल्ज़िम लालू, डॉक्टर जगन्नाथ मिश्रा और फिलवक्त जेडीयू एमपी जगदीश शर्मा थे। तब लालू ने इस्तफा दिया था। और रबड़ी देवी को बिहार का वज़ीरे आलिया बनाया गया था। उन्होने कहा के तब अर्ज़ी गुज़ारों मेन शिवानंद तिवारी भी थे जो बाद में लालू के साथ चले गए और वज़ीर बने। फिर बाद में नितीश कुमार के साथ आए और एमपी बन गए।
इधर बीजेपी के सीनियर रहनुमा और साबिक़ वज़ीरे अश्वनी कुमार चौबे ने कहा के लालू समेत 45 मूलजेमीन पर सीबीआई की अदालत के जरिये इल्ज़ाम साबित किए जाने पर खुसी ज़ाहिर करते हुये कहा के ये इंसाफ की जीत है। अदालत का फैसला अवाम के मुफाद में है इस फैसले से सियासत में बदउनवानि का खत्मा होगा। साथ ही सियासत में अच्छे लोग आएंगे।