पटना, 8 मई: ( एजेंसी ) आर जे डी ने जुमा की शब पार्टी क़ाइद लालू प्रसाद के हादिसा का सख़्ती से नोट लेते हुए हुकूमत पर इल्ज़ाम आइद किया कि वो रियासत के साबिक़ वज़ीर-ए-आला की सेक्युरिटी के लिए संजीदा नहीं है बल्कि लापरवाही और कोताही बरती जा रही है।
बिहार असेम्बली में क़ाइद अपोज़ीशन अब्दुल बारी सिद्दीक़ी ने मीडीया नुमाइंदों से बात करते हुए कहा कि लालू प्रसाद को जेड पुलिस सेक्युरिटी फ़राहम की जाती है लेकिन उन के दौरे के पेशगी इत्तेला के बावजूद उन्हें पुलिस एस्कार्ट फ़राहम नहीं किया गया। लालू प्रसाद की सेक्युरिटी में पुलिस एस्कार्ट के साथ साथ एक एम्बूलेंस भी होनी चाहीए थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
सिद्दीक़ी ने कहा कि रियासती पुलिस हेड क्वार्टर्स या मुक़ामी पुलिस का कोई रुकन लालू प्रसाद के जाये हादिसा पर नहीं पहुंचा ताकि हादिसा से मुताल्लिक़ मालूमात हासिल की जा सके जिससे ये वाज़िह हो जाता है कि बिहार हुकूमत लालू प्रसाद की सेक्युरिटी के लिए संजीदा नहीं है।
लिहाज़ा अब रियासती हुकूमत की ही ये ज़िम्मेदारी है कि वो इस हादिसा की अख़लाक़ी ज़िम्मेदारी कुबूल करते हुए तहक़ीक़ात का हुक्म जारी करे।
ज़रूरत इस बात की है कि जिन ओहदेदारों की लापरवाही से हादिसा रौनुमा हुआ उन के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाये और इस बात को यक़ीनी बनाया जाये कि आइन्दा ऐसे हादिसात रौनुमा नहीं होंगे। लालू प्रसाद की कार का विंड शील्ड टूटने से उन के सिर पर ज़ख़्म आए हैं।
वैशाली डिस्ट्रिक्ट में कच्ची दरगाह के क़रीब एक पुल से गुज़रने के वक़्त ये हादिसा रौनुमा हुआ। कार प्ले के दरमियान रुक गई थी लेकिन फिर अचानक उसे ज़ोर से धक्का लगा जिस से विंड शील्ड ( खिड़की के शीशे) टूट गया और कांच के टुकड़ों से लालू प्रसाद की पेशानी ज़ख़्मी हो गई जो अगली नशिस्त ( सीट) पर बैठे हुए थे।
उन्हें हॉस्पिटल से रुजू करने के बाद डॉक्टर्स ने पेशानी पर दो टाँके लगाने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया।