लालू प्रसाद बेरोज़गार हो गए हैं

पटना, 21 मई (पी टी आई) बिहार में हुक्मराँ एन डी ए पूरी तरह मुत्तहिद है। इस बात का इन्किशाफ़ रियासती वज़ीर ए आला नितीश कुमार ने किया और कहा कि जेडीयू और बी जे पी के माबैन ताल्लुक़ात में कशीदगी की क़ियास आराईयों की कोई ज़रूरत नहीं है।

नितीश कुमार ने अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि एन डी ए बिलकुल्लिया तौर पर मुत्तहिद है। इस इत्तिहाद में हलीफ़ जमातों को किसी भी मसले पर अपना नज़रिया ज़ाहिर करने की आज़ादी दी है और इसमें कोई नुक़्सान नहीं है। जे डी (यू) लीडर नितीश कुमार के तब्सिरा-ओ-सर्वे के तनाज़ुर में मंज़र-ए-आम पर आए हैं, जिस में कहा गया है कि 2014 के लोक सभा इंतेख़ाबात में एन डी ए इस सूरत में अपनी नशिस्तों में इज़ाफ़ा करेगी जब बी जे पी और जे डीयू मुत्तहिद रहे लेकिन इन दोनों में इख्तेलाफ़ की सूरत में नुक़्सान होगा।

गुज़शता इंतेख़ाबात में बिहार से एन डी ए को 40 नशिस्तों के मिनजुमला 34 नशिस्तों पर कामयाबी हुई थी जिन में नितीश कुमार की जे डीयू के 22 और बी जे पी के 12 अरकान भी शामिल हैं। इस सवाल पर कि आया गुजरात के चीफ़ मिनिस्टर नरेंद्र मोदी को वज़ारत-ए-उज़मा का उम्मीदवार बनाए जाने की सूरत में एन डी ए का अंजाम क्या होगा।

नतीश कुमार ने जवाब दिया कि हमें अगर, मगर, लेकिन की इस्तेलाहात में बात नहीं करना चाहीए। मुस्तक़बिल किस ने देखा है से मुताल्लिक़ उनके एक रिमार्क पर जे डीयू बी जे पी इत्तिहाद को लाहक़ ख़तरात के बारे में की जाने वाली क़ियास आराईयों से मुताल्लिक़ एक सवाल पर नितीश कुमार ने जवाब दिया कि उन्होंने आइन्दा आम इंतेख़ाबात के तनाज़ुर में ये रिमार्क किया था।

नितीश कुमार ने कहा कि जब ज़िंदगी का ही कोई भरोसा नहीं तो मुस्तक़बिल के बारे में पूरे यक़ीन के साथ कोई क्या कह सकता है। नतीश कुमार ने आर जे डी के सरबराह लालू प्रसाद पर तन्क़ीद करते हुए उन पर अपने ख़िलाफ़ ग़ैर पारलीमानी ज़बान इस्तेमाल करने का इल्ज़ाम आइद किया।

नितीश कुमार ने कहा कि वो अपने ख़िलाफ़ इस किस्म के बेबुनियाद तब्सिरे बर्दाश्त करने के आदी नहीं है। बिहार के चीफ़ मिनिस्टर ने रिमार्क किया कि अब वो (लालू प्रसाद) बेरोज़गार हो गए हैं और कोई रोज़गार हासिल करने के लिए मुझ पर और दीगर जे डीयू क़ाइदीन पर फ़हश तब्सिरे कर रहे हैं।

दरभंगा में बी जे पी एम पी कीर्ति आज़ाद के साथ मुआनिदाना रवैय्या के मुताबिक़ पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मीडीया में जब ऐसी रिपोर्टस देखता हूँ तो उन्हें अफ़सोस होता है हालाँकि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। मीडीया राई का पहाड़ बनाने में माहिर है। किसी भी इजलास में किसी एम पी को मदऊ करना है या नही करना है, इसका फ़ैसला हुकूमत करती है।