पटना 9 अक्टूबर (पी टी आई) आर जे डी सदर लालू प्रसाद यादव पर शदीद तन्क़ीद करते हुए बी जे पी तर्जुमान राजीव प्रताप रूदी ने कहा कि लालू प्रसाद यादव मायूसी का शिकार होगए हैं। गानधयाई लीडर अनाहज़ारे के ख़िलाफ़ लालू प्रसाद के मुबय्यना तबसरा पर उन्हों ने कहा कि ऐसा मालूम होता है कि लालू प्रसाद यादव अब मायूसी का शिकार होचुके हैं इसी लिए अपनी सयासी तौर पर मौजूदगी का एहसास दिलाने केलिए इस तरह के मायूसकुन ब्यानात दे रहे हैं। उन्हों ने याद दिलाया कि जिस वक़्त लालू प्रसाद यादव वज़ीर रेलवे थे उन के अतराफ़ अरकान-ए-पार्लीमैंट और दीगर अफ़राद का हुजूम मंडलाता था। जब वो वज़ीर रेलवे की हैसियत से पार्लीमैंट के सैंटर्ल हाल में दाख़िल होते थे तो उन के पीछे अरकान-ए-पार्लीमैंट की कसीर तादाद साथ होती लेकिन अब यही लालू प्रसाद यादव यक्का-ओ-तन्हा दिखाई दे रहे हैं। इन के अतराफ़ कोई नहीं है। सैंटर्ल हाल में क़ब्लअज़ीं उन की मद्दाह सराई और हाँ मैं हाँ मिलाने वाले अरकान-ए-पार्लीमैंट भी ग़ायब नाज़िर आरहे हैं। प्रताप रूदी ने कहा कि बिहार में 2010 के इंतिख़ाबात और 2009 -के लोक सभा इंतिख़ाबात के दौरान इन डी ए के हाथों आर जे डी की बदतरीन शिकस्त के बाद लालू प्रसाद यादव पूरी तरह एहसास कम तरीका शिकार हैं। आज लालू जी जो कुछ कह रहे हैं वो अपने सयासी वजूद का एहसास दिलाने के सिवा-ए-कुछ नहीं है। वो अमलन इस तरह के ब्यानात दे कर ख़ुद को सुर्ख़ीयों में रखना चाहते हैं। लोक पाल बल पर रिश्वत के ख़िलाफ़ हिंदूस्तानी टीम के सर्वे से पता चलता है कि 90 फ़ीसद अवाम ने आर जे डी लीडर की ख़ुद उन के हलक़ा सारण में मुख़ालिफ़त की है। लालू प्रसाद यादव ने हाल ही में अनाहज़ारे को एक सयासी पार्टी तशकील दे कर इंतिख़ाबात में हिस्सा लेने का मश्वरा दिया था।