लालू भ्रष्टाचारी हैं, कई मुकदमे झेल रहा हूं, मानहानि का भी झेलूंगा : सुशील कुमार मोदी

पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लालू यादव पर पलटवार करते हुए कहा कि मानहानि उसकी होती है, जिसका कोई मान हो. लालू यादव की क्या मानहानि हुई है. बिहार प्रदेश भाजपा कार्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि लालू जी गरीबों के नेता हैं, अतः चपरासी ललन चौधरी और रेल के खलासी हृदया चौधरी की करोड़ों की दान वाली जमीन को वापस करें. सुशील मोदी ने कहा कि कोई डॉन को डॉन कहने, चारा घोटाले में सजायाफ्ता को भ्रष्ट कहने पर मानहानि के मुकदमे की धमकी दे तो कौन डरने वाला है.  सुशील मोदी ने कहा कि लालू बतायें की उन्होंने कितनों को जमीन वापस किया ? अगर लालू में हिम्मत है तो बोले की मेरे कागजात गलत हैं. सुशील मोदी ने कहा कि शहाबुद्दीन को डॉन नहीं तो क्या कहा जाये ? सुशील मोदी ने कहा कि पहले से ही कई मुकदमा झेल रहा हूं, मैं अदालत में कहूंगा कि लालू भ्रष्टाचारी हैं.

इससे पूर्व लालू प्रसाद ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि सुशील मोदी दो दिनों में माफी मांगें. ऐसा नहीं करने पर वह मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे. उसके तुरंत बाद गुरुवार को सुशील मोदी ने प्रेस कांफ्रेंस कर लालू पर पलटवार करते हुए फिर से बेनामी संपत्ति के मामले को उठाया और लालू से कई सवाल पूछे. सुशील मोदी ने कहा कि लालू रघुनाथ झा, कांति, ललन, हृदयानंद, प्रभुनाथ, सुभाष के गिफ्ट को कैंसिल करें. सुशील मोदी ने पूछा कि  लालू परिवार ने रघुनाथ झा, कांति सिंह, ललन चौधरी, हृदयानंद चौधरी, प्रभुनाथ यादव, सुभाष चौधरी से मिले दान को आज तक कैंसिल क्यों नहीं किया

रघुनाथ झा ने करोड़ों का 3 मंजिला मकान सहित एन.एच. के बगल का 6 कट्ठा 5 धूर जमीन तेज प्रताप और तेजस्वी को 2005 में गिफ्ट किया उसे क्यों नहीं आज तक कैंसिल किया? सुशील मोदी ने पूछा कि श्रीमती कांति सिंह ने तेज प्रताप और तेजस्वी को पटना में करोड़ों का मकान सहित 9 डिसमील जमीन 2005 में दान दिया उसे क्यों नहीं कैंसिल किया? ललन चौधरी लालू के खटाल में काम करने वाला जिसे लालू ने विधान परिषद् में चपरासी नियुक्त करवाया उसने राबड़ी देवी और हेमा यादव को पटना की करोड़ों की जमीन दान दिया उसको लालू जी ने अभी तक कैंसिल क्यों नहीं करवाया? लालू के रेल मंत्री रहते खलासी के पद पर नियुक्त हृदयानंद चौधरी द्वारा दान में लिखवायी करोड़ों की जमीन को कब कैंसिल कराने वाले है?