लालू सजायाफ्ता, घर जब्त कर क्यों नहीं खोला स्कूल : नरेंद्र मोदी

मुजफ्फरपुर : वजीरे आजम नरेंद्र मोदी ने लालू प्रसाद को लेकर वजीरे आला नीतीश कुमार की बदउनवान मुखालिफत पॉलिसी पर जम कर हमला बोला। कहा, नीतीश ने कहा था कि अगर कोई बद उनवान पकड़ा जाता है, तो उसकी जायदाद जब्त की जायेगी और उसके घर में सरकारी स्कूल खोला जायेगा।

क्या स्कूला खुला? और तो और खुद लालू प्रसाद भी बदउनवान के इल्ज़ाम में जेल में गये। फिलहाल पैरोल पर जेल से बाहर हैं। क्या उनकी जायदाद जब्त हुई? क्या उनके घर में स्कूल खुला? नहीं खुला। दरअसल, नीतीश कुमार को तो लालू प्रसाद की मदद से बिहार की कुरसी चाहिए। वह जुमा को पताही हवाई अड्डा अहाते में इजलास को खिताब कर रहे थे।

वजीरे आजम ने कहा, गुजिशता दिनों टीवी पर नीतीश सरकार के एक वज़ीर खुलेआम घूस लेते दिखाये गये थे। वे हुकूमत बनने पर काम करा देने के नाम पर एडवांस ले रहे थे यानी बिहार बेचने का एडवांस ले रहे थे। नीतीश हमने भी लोकसभा इंतिख़ाब के वक़्त बदउनवान से आज़ाद भारत का वादा किया था। बीते 16 महीने में मेरे मुखालिफ ने मुझे तरह-तरह की गाली दी होगी। लेकिन, मोदी पर एक रुपये के बदउनवान का इल्ज़ाम नहीं है। मैंने जो वादा किया, उसे निभाया।

उन्होंने दावा किया कि एनडीए की हुकूमत बनी, तो उनकी तीन तर्जियात होंगी, पढ़ाई, कमाई व दवाई। यानी गरीब के बच्चों को सस्ती व अच्छी तालीम मुहैया करायी जायेगी। नौजवानों को बिहार में ही रोजगार मुहैया कराया जायेगा। इसी तरह सस्ती दवा मुहैया करायी जायेगी।

पीएम ने कहा, मुल्क के लोगों को बिहार की अवाम की सियासत सूझबूझ से सीख लेने की जरूरत है। वह जब देती है, तो छप्पर फाड़ कर देती है। लेकिन, जब हिसाब नहीं मिलता है, तो चुन-चुन कर साफ कर देती है। आजादी के बाद 35 सालों तक कांग्रेस पर यकीन किया।

उन्हें उम्मीद थी कि हुकूमत कुछ करेगी। पर, कांग्रेस की हुकूमत ने अवाम के बजाय अपने लिए सब कुछ किया। यही वजह है कि अवाम ने उसे बिहार से साफ कर दिया। बाद में लालू प्रसाद व उनकी बीवी पर अवाम ने यकीन जताया। लेकिन लालू प्रसाद जाति व क़िस्म क़िस्म के खेल में इतने मशगूल हो गये कि दिल्ली में बैठे दानिश्वरमंद भी चकरा गये।