बिहार में लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ कांग्रेस के बीच इत्तेहाद का मसला मुसीबत में पडता दिख रहा है। इत्तेहाद में हो रही ताखीरी से लालू प्रसाद यादव बुरी तरह बौखला गए हैं। पटना में उन्होंने कहा कि अब इत्तेहाद का वक्त खत्म हो गया है। उन्होंने अपनी ज़ुबान में कहा कि , अब गठबंधन नहीं, “लठबंधन” का वक्त आ गया है। लालू यादव ने दो टूक कह दिया है कि वह बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस को 11 सीटें देंगे, जबकि एक सीट राकांपा को देने को तैयार हैं।
रियासत की बाकी 28 सीटों पर उनकी पार्टी इलेक्शन लडेगी। लालू ने कहा है कि अब कांग्रेस तय करे कि उसे क्या करना है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हो पाया तो वह अकेले दम पर इलेक्शन लडेंगे। लालू प्रसाद यादव ने सीटों के बंटवारे को लेकर आवामी तौर पर यह बयान देकर इत्तेहाद के बारे में गेंद कांग्रेस के पाले में डाल दी है। पिछली बार के लोकसभा इंतेखाबात में लालू ने कांग्रेस के लिए सिर्फ चार सीटें ही छोडी थीं।
जुमे के रोज़ कांग्रेस जनरल सेक्रेटरी शकील अहमद ने भी कहा था कि बिहार में इत्तेहाद को लेकर गैर शफाफियत जल्द दूर होनी चाहिए।
उधर, खबर है कि कांग्रेस के कुछ लीडर बिहार में नीतीश कुमार के साथ इत्तेहाद करना चाहते हैं, जिसकी भनक लगते ही लालू प्रसाद उखड गए हैं। हालांकि, कांग्रेस के जदयू के साथ जाने के इम्कान नहीं के बराबर दिख रही है, क्योंकि जदयू अब 11 पार्टियों के गैर कांग्रेस और गैर भाजपा मोर्चे का एक हिस्सा है।
लालू ने तल्ख लहजे में कहा, अब इत्तेहाद के लिए दिल्ली जाने का वक्त नहीं है। वैसे भी टि्वटर और फेसबुक के जमाने में दिल्ली में बैठकर इत्तेहाद की बात करने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि इत्तेहाद की जिम्मेदारी सिर्फ हमारी नहीं है।
इत्तेहाद फिर्कावाराना ताकतों से लड़ने के लिए ही कोशिश है। इसमें कांग्रेस को भी अपनी तरफ से कोशिश करनी होगी। साथ ही लालू ने भाजपा के साथ इत्तेहाद करने वाले रामविलास पासवान की भी जमकर मुज़म्मत की। उन्होंने कहा कि पासवान ने ख्यालों की होलिका जलाई है। बिहार की आवाम उन्हें सबक सिखाएगी।
लालू के बयान का जवाब देते हुए जदयू लीडर साबिर अली ने कहा कि कांग्रेस मौकापरस्त पार्टी है… अब उसे (कांग्रेस) को समझ में आ गया है कि बिहार में राजद की जमीन खिसक गई है इसलिए वह लाूल से दूरी बना रही है। साबिर अली ने जदयू-कांग्रेस के इत्तेहाद के बारे में पूछे जाने पर कहा कि जो भी पार्टी बिहार को खुसूसी रियासत का दर्जा देगी, उनकी पार्टी उसके साथ जाएगी।
वहीं जदयू से निकाले गए नेता शिवानंद तिवारी का कहना है कि इत्तेहाद में लालू प्रसाद को अहमियत देनी होगी, तभी इस इत्तेहाद के फायदे होंगे। दूसरी तरफ, राजद लीडर मनोज झा जल्द से जल्द इत्तेहाद के ऐलान की बात कर रहे हैं जबकि भाजपा लीडर सुधांशु त्रिवेदी का कहना है कि राजद और कांग्रेस के बीच दरार सामने आने से यह बात साफ हो गई है कि खुद को सेक्युलर कहने वाली पार्टियों का महाज़ पूरी तरह से खोखला है।