नई दिल्ली, 14 मई: पाकिस्तान से हिंदुस्तान आए मुबय्यना तौर पर दहशतगर्द लियाकत अली को पकड़ने में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में तैनात इंस्पेक्टर बदरीश दत्त ने अहम किरदार निभाया था । लियाकत अली को मोबाइल सर्विलांस के जरिए पकड़ा गया था। इंस्पेक्टर दत्त ने ही मोबाइल सर्विलांस से लियाकत को इंटरसेप्ट किया था। हफ्ते के दिन इंस्पेक्टर बदरीश दत्त व उनकी दोस्त गीता शर्मा की लाश गुड़गांव के एक फ्लैट में मिली थी।
दिल्ली पुलिस के एक सीनीयर आफीसर के मुताबिक , खुफिया डिपार्टमेंट इंस्पेक्टर दत्त की मौत की गैर रस्मी तौर पर जांच कर रही है। इंस्पेक्टर दत्त और गीता शर्मा के मौत के सीन ऑफ क्राइम और दिगर रिपोर्ट से भले ही खुदकुशी की बात सामने आ रही हो लेकिन खुफिया महकमा को इस बात का अंदेशा है कि कहीं इंस्पेक्टर दत्त का कत्ल तो नहीं करवाई गया।
खुफिया महकमा के ज़राए के मुताबिक इंस्पेक्टर दत्त न सिर्फ दिल्ली पुलिस के लिए बल्कि खुफिया महकमा के लिए भी बहुत ही खास अफसर थे। दत्त के पास बहुत ही खूफिया इत्तेलात थीं और उसका नेटवर्क बहुत ही बड़ा था।
महकमा खुफिया ये भी देख रहा है कि इंस्पेक्टर की मौत के पीछे कहीं किसी दहशतगर्द तंज़ीम या बदमाश का हाथ तो नहीं है। गौरतलब है कि एसीपी राजवीर की मौत के वक्त भी महकमा खुफिया ने गैर रस्मी तौर पर जांच की थी।
महकमा खुफिया के अलावा स्पेशल सेल ये मालूमातकर रही है कि गीता शर्मा किस-किस के राबिते में थीं। इस बात की भी जांच की जा रही है कि वह दूसरे मुल्को के लिए काम तो नहीं कर रही थी। जुनूबी जिले के एक सीनीयर आफीसर ने इस बात की तस्दीक कर दी है कि कारोबारी दीपक भारद्वाज कत्ल के मामले में गीता शर्मा से कई दौर की पूछताछ हुई थी।