लियाकत को मासूम या दहशतगर्द नहीं कहा जा सकता: डी जी पी कश्मीर‌

जम्मू ,01 अप्रेल: लियाकत शाह की गिरफ़्तारी के वक़्त दिल्ली पुलिस के इद्दिआ की मुख़ालिफ़त करने के चंद दिन बाद जम्मू और‌ कश्मीर पुलिस ने कहा कि लियाकत शाह को अभी मासूम यह दहश्तगर्द क़रार नहीं दिया जा सकता और जब तक तहकीकात मुकम्मल नहीं हो जातीं हक़ीक़त सामने नहीं आएगी। रियासत के डी जी पी अशोक प्रसाद ने सहाफ़ियों से बात चीत करते हुए कहा कि इस ताल्लुक़ से कोई भी फैसला तहकीकात में होगा।

आप किसी शख़्स को मासूम यह दहश्तगर्द उस वक़्त तक क़रार नहीं दे सकते जब तक तहकीकात मुकम्मल नहीं हो जाती। उन्होंने कहा कि वो तहकीकात के मुकम्मल होने का इंतिज़ार कर रहे हैं इस के बाद ही लियाकत के ताल्लुक़ से मौक़िफ़ को क़तईयत दी जाएगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस की जानिब से कुछ तहकीकात हो चुकी है। एन आई ए की जानिब से तहकीकात का काम चल रहा है और जो कुछ भी पता चलेगा उन्हें यक़ीन है कि सभी इस के मुताबिक़ कार्रवाई करेंगे।

दिल्ली पुलिस ने गुज़िशता हफ़्ते इद्दिआ किया था कि इस ने लियाकत शाह को गिरफ़्तार करते हुए दिल्ली में फ़िदाईन हमले के इमकान को टाल दिया था। लियाकत को यू पी में गोरखपूर से गिरफ़्तार करने का इद्दिआ किया गया था। जम्मू-ओ-कश्मीर पुलिस का कहना था कि लियाकत पाकिस्तान से बराह नेपाल वादी में अपने घर वापिस हो रहा था। क्योंकि उसे बाज़ आबादकारी पॉलिसी के तहत इजाज़त मिल गई थी,लेकिन‌ दिल्ली पुलिस ने उसे रास्ते में गिरफ़्तार कर लिया था। चीफ मिनिस्टर उमर अब्दुल्लाह ने कल रात एक इंटरव्यू में कहा था कि उस की जामा तहकीकात होनी चाहिए।