नई दिल्ली 29 मार्च : मर्कज़ी वज़ारत-ए-दाख़िला ने आज एक आलामिया जारी करते हुए नैशनल अनोसटी गैशन एजैंसी (एन आई ए) को मुश्तबा हिज़्ब उल-मुजाहिदीन दहश्तगर्द लियाक़त शाह की गिरफ़्तारी के मुक़द्दमा की तहक़ीक़ात अपने ज़िम्मा लेने की हिदायत की।
लियाक़त शाह की गिरफ़्तारी पर हुकूमत दिल्ली और हुकूमत जम्मू-ओ-कश्मीर की पुलिस के दरमयान तनाज़ा पैदा होगया है। दोनों इस गिरफ़्तारी की अलग अलग तावील कररहे हैं। रस्मी तौर पर जारी करदा आलामिया के मुताबिक़ एन आई ए अब इन हालात की तहक़ीक़ात करेगी, जिन में लियाक़त शाह को गिरफ़्तार किया गया है।
लियाक़त शाह हिंद – नेपाल सरहद पर गिरफ़्तार किया गया था और दिल्ली पुलिस का दावा है कि इस तरह उसने दार-उल-हकूमत में एक फ़िदाई हमला की कोशिश को नाकाम बना दिया है। चीफ़ मिनिस्टर जम्मू-ओ-कश्मीर उमर अबदुल्लाह ने कहा कि लियाक़त शाह पाकिस्तानी मक़बूज़ा कश्मीर से रियासत की साबिक़ दहश्तगरदों की बाज़ आबादकारी पालिसी के तेहत ख़ुदसपुर्दगी करने के लिए वापिस होरहा था जबकि उसे दिल्ली पुलिस ने गिरफ़्तार करलिया।
उन्होंने इस गिरफ़्तारी की एन आई ए की जानिब से तहक़ीक़ात का मुतालिबा किया है। दिल्ली पुलिस के ख़ुसूसी शोबा का दावा है कि होली के मौके पर लियाक़त और इसके साथी नई दिल्ली में दहश्तगर्द हमला करने की साज़िश कररहे थे लेकिन इस गिरफ़्तारी के नतीजे में ये साज़िश नाकाम होगई।
जम्मू-ओ-कश्मीर पुलिस और दिल्ली पुलिस के मुतज़ाद दावओं से तनाज़ा पैदा होगया है।