एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार रविश कुमार ने एनडीटीवी संस्थापक प्रणय रॉय और उनकी पत्नी राधिका रॉय के खिलाफ मामला दर्ज किये जाने के बाद सोमवार को भाजपा की अगुवाई वाली मोदी सरकार को चुनौती दी।
चैनल के लोकप्रिय पत्रकार ने मोदी सरकार को कहा की अगर वे एनडीटीवी को खत्म करना चाहते हैं तो एक लाइव कैमरा के सामने आएं।
एक प्रभावशाली फेसबुक पोस्ट में कुमार ने लिखा, “तो आप डराइये, धमकाइये, आयकर विभाग से लेकर सबको लगा दीजिये। ये लीजिये हम डर से थर थर काँप रहे हैं। सोशल मीडिया और चंपुओं को लगाकर बदनामी चालू कर दीजिये लेकिन इसी वक्त में जब सब ‘गोदी मीडिया’ बने हुए हैं , एक ऐसा भी है जो गोद में नहीं खेल रहा है। आपकी यही कामयाबी होगी कि लोग गीत गाया करेंगे- गोदी में खेलती हैं इंडिया की हज़ारों मीडिया। एनडीटीवी इतनी आसानी से नहीं बना है, ये वो भी जानते हैं। मिटाने की इतनी ही खुशी हैं तो हुजूर किसी दिन कुर्सी पर आमने सामने आइये। हम होंगे, आप होंगे और कैमरा लाइव होगा ।”
सीबीआई सूत्रों ने बताया की एजेंसी ने रॉय, उनकी पत्नी राधिका और आरआरपीआर होल्डिंग के खिलाफ मामला कथित तोर पर इस आरोप मे दर्ज किया है की उनके कारण आईसीआईसीआई बैंक को 48 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है ।
छापे के बाद, रॉय के बचाव में एनडीटीवी सामने आया और उन्होंने एक बयान जारी किया। बयान मे कहा गया है :
“आज सुबह, सीबीआई ने पुराने ओर झूठे आरोपों के आधार पर एनडीटीवी और उसके प्रमोटरों के खिलाफ सम्मिलित उत्पीड़न का कार्यक्रम शुरू किया।
एनडीटीवी और इसके प्रचालक कई एजेंसियों द्वारा इस किये जा रहे इस षड़यंत्र का पूरा मुकाबला करेंगे। हम ऐसी कोशिशों को सफल नहीं होने देंगे जिनमे भारत के लोकतंत्र ओर बोलने की आज़ादी पर प्रहार किया जा रहा हो ।
उन सभी लोगो के लिए जो भारत के संस्थानों को ख़तम करने की कोशिश कर रहे हैं, हमारा केवल एक सन्देश है : हम अपने देश के लिए लड़ेंगे और इन सभी ताकतों का सामना करेंगे।”