लीबिया की बेक़ाबू मलेशिया पर अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की तशवीश

अक़्वाम मुत्तहदा 27 जनवरी (यू एन आई) अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के सफ़ीरों ने लीबिया के इन्क़िलाबी ब्रिगेडज़ पर तशवीश ज़ाहिर की है। इस आलमी इदारे को बताया गया है कि लीबिया की बेक़ाबू मलेशिया हज़ारों अफ़राद को खु़फ़ीया हिरासती मराकज़ में रखे हुए है।लीबिया केलिए अक़वाम-ए-मुत्तहिदा के सफ़ीर आयान मार्टिन ने चहारशंबा को लीबिया केमौज़ू पर अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की सलामती कौंसल के इजलास में बताया कि बनी वलीद के मुसल्लह बाशिंदों और इन्क़िलाबीयों के दरमयान होने वाली झड़पों की दरुस्त मालूमात फ़राहम नहीं की गई थीं और उन का ज़िम्मेदार क़ज़ाफ़ी नवाज़ फ़ौज को क़रार दिया गया था।

जर्मनी के ख़बररसां इदारे के मुताबिक़ इस इजलास के दौरान अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की कमिशनर बराए इंसानी हुक़ूक़ नावी पिल्लई का कहना था कि गुज़श्ता साल मुअम्मर क़ज़ाफ़ी के ज़वाल से क़बल नाटो के फ़िज़ाई हमलों से शहरीयों को बचाने केलिए क्या इक़दामात किए गए, इस मग़रिबी इत्तिहाद को इस बारे में बताना चाहिए।मार्टिन ने कहा कि इन्क़िलाबी ब्रिगेडस जारीया माह तरह बुल्स और दीगर इलाक़ों में होने वाली झड़पों के लिए भी ज़िम्मेदार हैं।

उन्हों ने कहा अगरचे ओहदेदार अन्न और ऐसी दीगर झड़पों पर क़ाबू पाने में कामयाब रहे, लेकिन इस बात का ख़दशा बदस्तूर मौजूद है कि तशद्दुद की ऐसी कार्यवाईयों में अज़ाफ़ा हो सकता है। मुअम्मर क़ज़ाफ़ी की इक़तिदार से बेदख़ली के बाद लीबिया में इंतिशार की सूरत-ए-हाल पैदा होगई है। जैसा कि क़ब्लअज़ीं इराक़ और अफ़्ग़ानिस्तान में भी पैदा हुई थी।