तक़रीबन एक साल से अक़वामे मुत्तहिदा की क़ियादत लीबिया में एक नई इत्तिहादी हुकूमत लाने की कोशिश कर रही है। लीबिया के बाशिंदों पर मग़रिबी ममालिक का ज़ोर है कि वो एक मुआहिदे तक पहुंचें। उस के साथ साथ तारकीने वतन के बोहरान की वजह से मुसबत नताइज पर पहुंचने का मुतालिबा किया जा रहा है।
बर्तानिया, इटली और फ़्रांस जैसे अहम यूरोपीय यूनीयन के ममालिक ने क़ौमी मुआहिदे के लिए बनाई गई हुकूमत से पूरी हिमायत का वाअदा किया है। तनाज़आत के औक़ात में तवील मुज़ाकरात एक नई बात नहीं है लेकिन जब मंज़र पर कोई ग़ालिब सियासी तहरीक या फ़ौज नहीं नज़र आती तो फिर ये काम मज़ीद मुश्किल हो जाता है। और इस मुआमले में तो कई खिलाड़ी मौजूद हैं।