त्यूनस का एक सिफ़ारत कार और सिफ़ारतख़ाना का एक रुक्न अमला जिन्हें लीबिया से जारीया साल के अवाइल में अग़वा किया गया था, आज कई माह की क़ैद के बाद रिहा कर दिए गए। वज़ीरे आज़म त्यूनस मेह्दी जुमा ने उन की रिहाई की तौसीक़ की और कहा कि वो वतन वापिस आ रहे हैं।
सिफ़ारत ख़ाना के मुलाज़िम मुहम्मद बिन शेख़ को 21 मार्च और सिफ़ारत कार को 17 अप्रैल को तेराबुल्स से अग़वा किया गया था।