लीबिया में दोनों गुटों के बीच संघर्ष तेज, अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 21 हुई

लीबिया में सैन्य टकराव रविवार को और तेज हो गया तथा खलीफा हफ्तार के लड़ाकों ने त्रिपोली के पास हवाई हमला शुरू कर दिया जिस पर संयुक्त राष्ट्र समर्थित सरकार ने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी। संयुक्त राष्ट्र ने तत्काल दो घंटे के संघर्षविराम का आह्वान किया है ताकि आम नागरिकों और घायलों को वहां से निकाला जा सके। बृहस्पतिवार को हफ्तार द्वारा त्रिपोली पर हमला किए जाने के बाद ही दोनों गुटों के बीच संघर्ष के पूर्ण गृहयुद्ध में बदल जाने की आशंका पैदा हो गयी है। इस संषर्घ में मरने वालों की संख्या बढ़कर कम से कम 21 हो गयी है।

संयुक्त राष्ट्र समर्थित सरकार के अनुसार कम से कम 27 लोग घायल भी हुए हैं। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सकी है कि हताहतों में असैनिकों की संख्या कितनी है। कुछ अवधि तक विराम रहने के बाद रविवार की सुबह भीषण गोलीबारी फिर शुरू हो गयी। अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सरकार ने कहा है कि हफ्तार की स्वयंभू लीबियन नेशनल आर्मी के खिलाफ जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी गयी है। हफ्तार के लड़ाकों का जिक्र करते हुए सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि लीबिया के सभी शहरों को अवैध बलों से मुक्त कराने के लिए आपरेशन ”वोल्केनो ऑफ एंगर शुरू किया गया है।

वहीं दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र समर्थित लीबिया के प्रधानमंत्री फायेज अल-सिराज ने रविवार को त्रिपोली बचाने का संकल्प लिया। इस बीच विद्रोहियों की सेना पूर्व से राजधानी की तरफ बढ़ रही है। बीबीसी के अनुसार, प्रधानमंत्री ने एक टेलीविजन संबोधन में जनरल खलीफा हफतार और उनकी लीबियन नेशनल आर्मी एलएनए के तख्तापलट अभियान की निंदा की है और कहा है कि उनके सैनिकों का डटकर मुकाबला किया जाएगा। उन्होंने कहा, “हमने शांति की तरफ अपने हाथ बढ़ाए थे, लेकिन हफतार के सैनिकों के हमले के बाद अब उन्हें कड़े प्रतिरोध का सामना करना होगा।”