लीबिया में बग़ावत के दौरान लूटे गए ख़ज़ाना की तलाश

बिनग़ाज़ी (लिबिया),०१ नवम्बर (यू एन आई) मुअम्मर क़ज़ाफ़ी के ख़िलाफ़ बग़ावत की अफ़रातफ़री में मशरिक़ी लीबिया में एक बैंक से नादिर क़दीम सके जे़वरात और मुजस्समे का जो ख़ज़ाना लूट लिया गया था वो अब मुक़ामी बाज़ारों में फ़रोख़त हो रहा है और कुछ सामान बैरून बैंक भी ले जाया जा रहा है।

बग़ावत के इबतिदाई याम में बन ग़ाज़ी में जब खु़फ़ीया पुलिस के हैडक्वार्टरज़ में आग लगी और वो आस पास फैलने लगी तो कुछ चोर कंक्रीट के बैंक वॉल़्ट में दाख़िल हुए और 8 हज़ार के क़रीब पेश क़ीमत नवादा रात लौट कर ले गए थॆ।

साहिली इलाक़ा के बाशिंदों ने बताया कि फरवरी में जब बन ग़ाज़ी मैं क़ज़ाफ़ी हुकूमत के ख़िलाफ़ एहतिजाज शुरू हुआ और मुल्क में बग़ावत फैलनी शुरू हुई उस वक़्त बैंक लूट लिया गया था।

इस वक़्त हुजूम सयासी क़ैदीयों को रिहा कराने के लिए सरकारी इमारतों में घुस गए थे और बाअज़ बाशिंदों ने बताया है कि चूँकि क़रीब ही एक जेल से क़ैदी निकल भागे थे , उन्होंने ये बैक् ळूटा होगा।

वहां के महिकमा आसारे-ए-क़दीमा के डायरैक्टर यूसुफ़ बिन नस्र ने कहा कि यहां तबाही और बर्बादी मची हुई है।
वहां लीबिया के असल कमर्शियल बैक् के बहुत से ताह्ख़ाना अब भी खुले पड़े हैं जहां मग़रिबी ममालिक से लेन देन के काग़ज़ात रखे हुए हैं। लूट के दौरान दौलत उस्मानिया की कई निशानीयां भी बर्बाद हो गई है।

जो मुअम्मर क़ज़ाफ़ी के दौर-ए-हकूमत में निहायत एहतिमाम से रखी गई थी। बिन नस्र नेकहा कि ये हमारी बेशक़ीमत क़ौमी ख़ज़ाना और हमारी तारीख़ का हिस्सा है जो तबाह और बर्बाद हो रहे हैं।