लीबिया में हरीफ़ जंगजूओं मैं खूँरेज़ तसादुम, 13 अफ़राद हलाक

वारशिफ़ाना 15 नवंबर (एजैंसीज़) लीबिया के दार-उल-हकूमत और मुज़ाफ़ात के इलाक़ों में हरीफ़ छापामार ग्रुपों के दरमयान चौथे दिन आज भी इंतिहाई खूँरेज़ तसादुम का सिलसिला जारी रहा। गुज़श्ता माह मुअम्मर क़ज़ाफ़ी की हलाकत के बाद अचानक फूट पड़ने वाला ये तशद्दुद इंतिहाई हलाकत ख़ेज़ साबित हुआ है।

ऐनी शाहिदीन ने कहा कि इतवार से हरीफ़ जंगजूओं के दरमयान इंतिहाई खूँरेज़ झड़पें जारी हैं। इस दौरान दोनों तरफ़ से राकेटों, मोर्टारस और मशीनगनों के ज़रीया फायरिंग की गई।

गुज़श्ता हफ़्ता से ताहाल कम से कम 13 अफ़राद हलाक होचुके हैं जिस के नतीजा में गुज़श्ता 8 माह से ख़ानाजंगी के शिकार इस मुल्क में अमन-ओ-ज़बत बहाल करने और हज़ारों बंदूक़ बर्दारों को ग़ैर मुसल्लह करने के लिए लीबिया-ए-की उबूरी हुकूमत की सलाहीयतों के बारे में नए शकूक-ओ-शुबहात पैदा हो गए हैं।

लीबिया के उबूरी रहनुमा मुस्तफ़ा अबदुलजलील ने कहा है कि वो ज़ावीया और वार शिफ़ा ना के कबायली इलाक़ों में मुतहारिब जंगजू सरदारों का इजलास तलब कर रहे हैं और उन के मसाइल को हल कर लिया जाएगा।

मुस्तफ़ा अबदुलजलील ने कहा कि मैं लीबिया के अवाम को यक़ीन दिलाना चाहता हूँ कि सूरत-ए-हाल पूरी तरह क़ाबू में ही लेकिन उन्हों ने एतराफ़ किया कि मुख़्तलिफ़ इलाक़ों में लड़ाई जारी हैं। दार-उल-हकूमत तरह बुल्स के मग़रिबी मुज़ाफ़ात, वार शिफ़ा ना और ज़ावीया में घमसान लड़ाई के इलावा परतशद्दुद कार्यवाहीयां भी जारी हैं।

कई मुक़ामात पर लौट मार और आतिशज़नी के वाक़ियात पेश आई। कई मुक़ामात पर धोईं के बादल मंडलाते देखे गयॆ।