सीपीआई और सीपीआई (एम), दोनों दलों ने आज नई दिल्ली में सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचुरी पर हमले की निंदा करी।
एक संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में सीपीआई राज्य सचिव, रामकृष्ण और सीपीआई (एम) के राज्य महासचिव, पी मधु ने हमले की निंदा करने के लिए लेफ्ट , सेक्युलर और लोकतांत्रिक ताकतों से अपील करी।
उन्होंने कहा , संघ परिवार के श्रमिकों ने सीपीआई (एम) के केंद्रीय कार्यालय में घुसपैठ की और येचुरी को पीटने की कोशिश करी, हालांकि पुलिस वहां सुरक्षा के लिए मौजूद थी। यह राष्ट्रीय नेताओं की सुरक्षा में सरकार की अक्षमता और लापरवाही को दर्शाता है।
मध्यप्रदेश में किसानों पर पुलिस की गोलीबारी का विरोध करने के लिए सीपीआई कार्यकर्ताओं ने भाजपा की प्रतिकृति को भी जलाया। किसान अपने उत्पादन के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पाने के लिए विरोध कर रहे हैं।
लेफ्ट के नेताओ ने आरोप लगाया की बीजेपी बीते तीन सालों में चुनाव के वक्त किये अपने वादों को पूरा करने मे नाकाम रही है और पार्टी अपनी आलोचना सहन करने में असमर्थ है।
दो व्यक्तियों ने कथित तौर पर सीपीआई (एम) के प्रधान कार्यालय में घुसपैठ कर पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी को पीटने की कोशिश करी थी।