लैंको हिलस के ख़िलाफ़ सुप्रीमकोर्ट में कल वक़्फ़ बोर्ड की नुमाइंदगी

हैदराबाद 06 दिसंबर: दरगाह हज़रत हुसैन शाह वली के तहत ओक़ाफ़ी अराज़ी के तहफ़्फ़ुज़ के लिए सुप्रीमकोर्ट में जारी मुक़द्दमे के सिलसिले में मुल्क के नामवर क़ानूनदां फ़ाली एस नरीमन की ख़िदमात हासिल की गई हैं और लैंको हिलस के मुक़द्दमा में सुप्रीमकोर्ट में अपील दायर करने के लिए पीर को वक़्फ़ बोर्ड की तरफ से तमाम ज़रूरी मवाद रवाना कर दिया जाएगा।

लैंको हिलस जिस पर बड़े पैमाने पर तामीरात जारी हैं इस पर वक़्फ़ बोर्ड ने अपनी दावेदारी पेश की और ये मुक़द्दमा सुप्रीमकोर्ट में ज़ेर दौरान है। वक़्फ़ बोर्ड में अराज़ी के वक़्फ़ होने के बारे में तमाम दस्ताविज़ात मौजूद हैं ताहम कांग्रेस दौरे हुकूमत में उसे सरकारी क़रार देते हुए लैंको हिलस को फ़रोख़त कर दिया गया था।

हुकूमत ने अभी तक उसे सरकारी अराज़ी की हैसियत से अपनी दावेदारी को बरक़रार रखा है। इस मुक़द्दमा में अगर रियासती हुकूमत अपने दावा से दस्तबरदार हो जाएगी तो ये अराज़ी अज़खु़द वक़्फ़ बोर्ड की मिल्कियत तस्लीम करली जाएगी। हाल ही में लैंको हिलस ने तामीरात और फ़रोख़त से मुताल्लिक़ बड़े पैमाने पर इश्तिहारात जारी किए थे जिसमें वक़्फ़ अराज़ी का तज़किरा नहीं है।

सुप्रीमकोर्ट के अहकामात के मुताबिक़ लैंको हिलस को फ़रोख़त से मुताल्लिक़ रजिस्ट्रेशन में अराज़ी के वक़्फ़ होने का तज़किरा करने और सुप्रीमकोर्ट के क़तई फ़ैसले के मुताबिक़ रजिस्ट्रेशन जारी रहने का हवाला देने की हिदायत दी गई थी लेकिन बताया जाता हैके किसी भी रजिस्ट्रेशन में लैंको हिलस ने इस शर्त की तकमील नहीं की।