लैला ख़ान केस: परवेज़ 19 जुलाई तक पुलिस तहवील में

एक मुक़ामी ( स्थायी) अदालत ने पाकिस्तानी नज़ाद बाली वुड हीरोइन लैला ख़ान के अग़वा के मुआमला में फॉरेस्ट कौन्ट्रेक्टर परवेज़ टॉक को 19 जुलाई तक पुलिस तहवील में दे दिया है। इस्तिग़ासा ((Prosecution/अभियोग) ने अदालत को बताया कि वो ये जानना चाहते हैं कि टॉक ने लैला ख़ान और दीगर ( अन्य) पाँच अरकान ख़ानदान को कहां छुपा कर रखा है या उन का क़त्ल करदिया गया है?

इस मुआमला का अब तक जो मौक़िफ़ है इस के मुताबिक़ टॉक को सिर्फ अग़वा के मुआमला में गिरफ़्तार किया गया है हालाँकि इस ने जम्मू-ओ-कश्मीर पुलिस के रूबरू तमाम मग़्विया अफ़राद को क़त्ल कर देने का एतराफ़ किया है।

इस ने वाज़िह ( स्पष्ट) तौर पर कहा था कि लैला ख़ान और दीगर मग़्विया अफ़राद को महाराष्ट्रा में गुज़शता साल ही गोली मार कर हलाक किया जा चुका है लेकिन क्राईम ब्रांच ने अब तक टॉक के एतराफ़ पर यक़ीन नहीं किया है। मुंबई पुलिस की क्राईम ब्रांच ने जो इस मुआमला की तहक़ीक़ात कर रही है, 6 जुलाई को ये ब्यान दिया था कि ख़ानदान के चार अफ़राद ( लोगों) को आख़िरी बार नासिक के अगत पूरी में देखा गया था लेकिन इन में लैला ख़ान और इसकी बड़ी बहन शामिल नहीं थी।

ऐसा लगता है कि अग़वाकार दोनों बहनों को किसी दीगर ( दूसरी) मुक़ाम पर ले गए हैं। याद रहे कि लैला ख़ान और इस के अरकान ख़ानदान गुज़शता साल फ़रवरी में लापता हो गए थे जिस के बाद लैला ख़ान के वालिद नादिर पटेल की शिकायत पर ओशीवारा पुलिस स्टेशन में अग़वा का एक मुआमला दर्ज किया गया था।