राज्यसभा इंतिख़ाब में झामुमो ने चोट खायी है। हुकूमत के इत्तीहाद पार्टियों के अंदर राज्यसभा इंतिख़ाब ने तकरार बढ़ाया है। कांग्रेस-राजद के एक साथ आने के बाद झामुमो बैकफुट पर गया। हुकूमत की मजबूरियों के दरमियान झामुमो के अंदर एक खेमे में खलबली है। कांग्रेस-राजद के दबाव ने तंजीम के अंदर ही तनाज़ा खड़ा कर दिया है। राज्यसभा इंतिख़ाब से इत्तीहाद के अंदर पैदा हुई तकरार दूर तक जायेगी।
लोकसभा इंतिख़ाब में कांग्रेस ने झामुमो के साथ 10-4 का फॉमरूला तय कर लिया है। इस फॉमरूले पर लोकसभा इंतिख़ाब में सीटों के तक़सीम को लेकर घमसान तय है। झामुमो के अंदर इस फॉमरूले को खारिज करने का भी दबाव है। झामुमो वक़्त पर मोरचा खोलेगा।
झामुमो की दूसरी सीटों पर भी दावेदारी होगी। राज्यसभा इंतिख़ाब में झामुमो की मिली शिकस्त का हिसाब लोकसभा इंतिख़ाब में बराबर करने की पॉलिसी होगी। वहीं दूसरी तरफ राजद ने भी तीन सीटों पर दावेदारी ठोंकी है। ऐसे में इत्तीहाद के अंदर 14 सीटों में राजद का जुगाड़ बैठाना आसान नहीं होगा।