अररिया के आरजेडी सांसद तस्लिमुद्दीन और उलुबेरिया के टीएमसी सांसद सुल्तान अहमद का सितंबर में निधन हो गया था जबकि तत्कालीन बीजेपी सांसद नानाभाऊ पटोले के हाल में पार्टी छोड़कर संसद सदस्यता से इस्तीफा देने से भंडारा गोंदिया सीट खाली हो गई। 2014 के चुनाव में पटोले ने यहां एनसीपी के कद्दावर नेता प्रफुल्ल पटेल को हराया था।
कांग्रेस के सूत्रों ने इशारों-इशारों में कहा कि 2014 चुनाव में हारे राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट को पार्टी अजमेर से जबकि भंवर सिंह को अलवर से दोबारा खड़ी करेगी जो चांद नाथ के हाथों पराजित हुए थे। इधर, बीजेपी सूत्रों के मुताबिक बेहरोर विधायक और वसुंधरा राजे सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. जसवंत यादव अलवर से जबकि सावंर लाल जाट के पुत्र राम स्वरूप लांबा अजमेर से पार्टी के उम्मीदवार होंगे।
भगवा दल पर सबसे ज्यादा दबाव यूपी की गोरखपुर और फूलपुर सीटें बचाने का है। हालांकि, योगी आदित्यनाथ का करिश्मा कायम रहने से गोरखपुर में जीत बहुत मुश्किल नहीं दिख रही, लेकिन फूलपुर में जीतना आसान नहीं होगा क्योंकि हालिया नगरपालिका चुनाव में यहां बीजेपी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा था।