लोक पाल के लिए आज से मरण बरत शुरू करने हज़ारे की धमकी

टीम अन्ना की अनिश्चित कालीन भूक हड़ताल के मौक़ा पर अवाम की कम तादाद और अदम दिलचस्पी लोक पाल मसला पर अन्ना हज़ारे को कल इतवार से मरण बरत शुरू करने की धमकी देने और 2014 के आम इंतिख़ाबात ( चुनाव) में सयासी मुतबादिल की बात करने से रोक नहीं सकी ।

हज़ारे ने हुक्मराँ कांग्रेस और अपोज़ीशन बी जे पी दोनों ही को अपनी सख़्त तन्क़ीद का निशाना बनाया और कहा कि इन दोनों जमातों के हाथों मुल्क का मुस्तक़बिल ( भविष्य) महफ़ूज़ नहीं है लेकिन ये भी वाज़िह ( स्पष्ट) कर दिया कि बज़ात-ए-ख़ुद वो किसी इंतिख़ाब में हिस्सा तो नहीं लेंगे ।

अलबत्ता ऐसे उम्मीदवारों की ताईद की जाएगी । जो साफ़ सुथरे रेकॉर्ड के हामिल हैं और जिन्हें अवाम पसंद करते हैं । हज़ारे ने आज दोपहर तक़रीबा ( तकरीबन) एक हज़ार अफ़राद ( लोगो) के इजतिमा से ख़िताब करते हुए कहा कि जिन लोक पाल की मंज़ूरी तक मैं बरत रखूंगा ।

वाज़िह रहे कि इस जन लोक पाल के मसला पर फैसला के लिये हुकूमत को हज़ारे की तरफ़ से दी गई चार दिन की मोहलत आज ख़त्म हो गई । आइन्दा लोक सभा इंतिख़ाबात ( चुनाव) में सयासी मुतबादिल की बात करते हुए 74 साला हज़ारे ने कहा कि अगर अच्छे लोग संसद में नहीं पहूंचेंगे तो निज़ाम हुकूमत में कोई तबदीली रौनुमा नहीं होगी और ना ही मुल्क को मज़बूत लोक पाल हासिल होगा ।

हज़ारे ने कहा कि जो लोग मुंतख़ब होने के लिये एक वोट के लिये वोटर को 15,000 , 20,000 और 30,000 रुपय दीए हैं अगर वो मुंतख़ब हो जाएं तो यक़ीनन दौलत बटोरेंगे और इतनी दौलत बनाएंगे कि उन्हें ये भी मालूम नहीं होगा कि ये दौलत कहां रखी जाए । चुनांचे वो इन रक़ूमात को बैरूनी ममालिक भेज देंगे ।

चुनांचे वोटरों के लिये वक़्त आगया है कि अब वो जाग जाएं । हज़ारे ने कहा कि चंद लोग कह रहे हैं कि हम सयासी मुतबादिल फ़राहम करेंगे । हमें पार्टी क़ायम करना चाहीए लेकिन असेंबली हलक़ा से मुक़ाबला के लिये एक उम्मीदवार को 15 ता (से) 20 करोड़ रुपय ख़र्च करना होता है और लोक सभा हलक़ा के लिये 50 करोड़ रुपय ख़र्च किए जाते हैं । इस सूरत में मैं इलेक्शन नहीं लड़ूँगा और ना ही पार्टी क़ायम करूंगा ।