लोक पाल को दस्तूरी मौक़िफ़, ताख़ीर का हर्बा नहीं

नई दिल्ली, 13 अक्टूबर (पी टी आई) लोक पाल को दस्तूरी अथॉरीटी बनाने के लिए मर्कज़ी हुकूमत के वाअदा पर ऐसा मालूम होता है की बी जे पी और टीम अन्ना ने किसी गर्मजोशी का मुज़ाहरा नहीं किया है और कहा की ये वाअदा दरअसल रिश्वत सतानी की रोक थाम के लिए एक ताक़तवर जिन लोक पाल के क़ियाम में ताख़ीर का हर्बा है।

ताहम हुकूमत ने अपोजिसन के इस इस्तिदलाल को मुस्तर्द कर दिया है और उन के इस अंदेशा को दूर करने की कोशिश की है की पार्लीमैंट के आइन्दा सैशन में इस बल को मंज़ूर नहीं किया जाएगा, जिस पर मर्कज़ी वज़ीर-ए-क़ानून सलमान ख़ुरशीद ने जिन्हों ने गुज़शता रात लोक पाल को दस्तूरी अथॉरीटी बनाने हुकूमत के इरादा का ऐलान किया था, आज फिर कहा कि ऐसी ताख़ीर नहीं होगी।

हमें हर काम महिज़ बदगुमानी की बुनियाद पर नहीं करना चाहीए बल्कि बाहमी भरोसा की बुनियाद पर काम किया जाना चाहिए।

लोग ये क्यों समझते हैं कि जब हम ने लोक पाल को आला इख़्तयारात देने का ऐलान किया है तो ये महिज़ ताख़ीरी हर्बा हो सकता है। बी जे पी के तर्जुमान प्रकाश जावडेकर ने कहा कि मसला लोक पाल के बारे में हुकूमत महिज़ वक़्त ज़ाए करने के लिए अपनी हिक्मत-ए-अमली के मुताबिक़ ब्यानात जारी कर रही है।

लोक पाल को दस्तूरी अथॉरीटी बनाने केलिए मुबाहिस की बातें भी महिज़ वक़्त ज़ाए करने की कोशिश हैं।