लोक पाल को बेअसर बनाने में राहुल गांधी का रोल!

नई दिल्ली ११ दिसंबर : ( पी टी आई ) लोक पाल पर पारलीमानी स्टैंडिंग् कमेटी की रिपोर्ट के ख़िलाफ़ बतौर-ए-एहतिजाज् अन्ना हज़ारे आज् एक रोज़ा भूक हड़ताल कर रहे हैं।

उन्होंने हुकूमत पर सारे मुल्क् को धोका देने का इल्ज़ाम आइद करते हुए कहा कि वो आइन्दा लोक सभा इंतिख़ाबात तक अपनी मुहिम जारी रखेंगे ताकि यू पी ए हुकूमत के ख़िलाफ़ बेदारी पैदा की जा सके ।

समाजी कारकुन अन्ना हज़ारे ने कहा उन्हें शुबा है कि स्टैंडिंग् कमेटी के पसेपर्दा कांग्रेस जनरल सैक्रेटरी राहुल गांधी मुलव्वस हैं क्यों कि इस कमेटी ने शहरीयों के मंशूर को शामिल करने वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह के वाअदा को तक मुस्तर्द कर दिया है ।

निचली सतह पर ब्यूरोक्रेसी और रियास्तों में लोक आयवकत के क़ियाम को भी रिपोर्ट में शामिल नहीं किया गया । उन्होंने कहा कि हुकूमत ने सारे मुल्क् को धोका दिया । वज़ीर-ए-आज़म ने इन तीन मौज़ूआत को लोक पाल के तहत लाने का तहरीरी तीक़न दिया था । वज़ीर-ए-आज़म के मकतूब को कचरे के डिब्बे में फेंक दिया गया ।

आख़िर ये मौक़िफ़ तबदील करने की वजह किया है ? क्या अभिशेक सिंघवी का ओहदा वज़ीर-ए-आज़म से बालातर है । अन्ना हज़ारे ने अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि इस के पसेपर्दा कोई और है । वज़ीर-ए-आज़म से बढ़ कर कौन है ? हमें शुबा है कि राहुल गांधी पसेपर्दा हो सकते हैं ।

उन के इलावा वज़ीर-ए-आज़म को चैलेंज करने की जुरात कौन करसकता है । इसी वजह से ये मसाइल खड़े हो रहे हैं । अनाहज़ारे आज् जंतर मंत्र पर एक रोज़ा भूक हड़ताल कर रहे हैं ।

उन्होंने 27 दिसंबर से मुख़ालिफ़ करप्शन मुहिम के अहया का ऐलान करते हुए कहा कि आइन्दा लोक सभा इंतिख़ाबात यानी दो साल तक मुहिम जारी रखी जाएगी ।

राहुल गांधी पर तन्क़ीद करते हुए कहा कि वो नौजवान हैं , वज़ीर-ए-आज़म बन सकते हैं लेकिन ऐसे ख़्यालात के साथ वो वज़ीर-ए-आज़म बनेंगे तो ये मलिक के लिए ख़तरनाक साबित होगा । प्रेस कान्फ़्रैंस में एक मरहला पर उन्होंने सोनीया गांधी की अलालत का भी ज़िक्र किया ।

उन्होंने कहा कि सोनीया गांधी अलील हैं और अगर वो कुछ तबसरा करेंगे तो उन की बीमारी बढ़ जाएगी । ताहम उन्हों ने सोनीया गांधी कुमलक की लीडर क़रार दिया । सिर्फ कांग्रेस को तन्क़ीदों का निशाना बनाए जाने के बारे में सवाल पर अन्ना हज़ारे ने कहा कि कांग्रेस हुक्मराँ इत्तिहाद की अहम और मर्कज़ी जमात है और एक ताक़तवर मूसिर लोक पाल को यक़ीनी बनाना कांग्रेस की ज़िम्मेदारी है ।

आज हो रही भूक हड़ताल में कई ग़ैर यू पी ए पार्टीयों बिशमोल बी जे पी के अरूण जेटली जनतादल ( यू ) के शरद यादव , सी पी आई के ए बी बर्धन , सी पी ऐम के बृंदा कर्रात , समाजवादी पार्टी के राम गोपाल यादव और तॆलगुदेशम के चंद्रा बाबू नायडू शिरकत करेँगे। अना हज़ारे ने कहाकि हमारी आज़ादी के लिए शहीदों ने अपनी जान की क़ुर्बानियां दी हैं, लेकिन आज भी हम इस आज़ादी के हक़ीक़ी समर से मुस्तफ़ीद नहीं हो सकती।

ये आज़ादी किसे मिली है? ये आज़ादी किया है? रिश्वत के बगै़र आज़ादी के मतलब कुछ भी नहीं, यहां लूट मार मची हुई है, मुल्क से सिर्फ गोरे चले गए और काले आ गए हैं, आज़ादी में सिर्फ इतना ही फ़र्क़ है।

इस लिए हम ने आज़ादी के लिए दूसरी लड़ाई शुरू की है और ये लड़ाई बहुत तवील चलेगी और उस् वक़्त तक जारी रहेगी तावक़ती (जब् तक् कि) के करप्शन का ख़ातमा हो जाये। फिर एक बार कई अफ़राद जेल जाने के लिए तैय्यार हैं।

लाठीयां भी खाएंगे और कुछ लोग क़ुर्बानी भी देंगे। अब वक़्त आगया है कि हमें क़ुर्बानी देने के लिए तैय्यार होना होगा। इस वक़्त ईसार-ओ-क़ुर्बानी के बगै़र आज़ादी नसीब नहीं होगी।