लोक पाल बिल नाकाम , हुकूमत अख़लाक़ी बुनियाद पर मुस्ताफ़ी हो जाए : बी जे पी

नई दिल्ली२९ दिसम्बर: (पी टी आई) अब जबकि लोक पाल पर आईनी तरमीमी बिल लोक सभा में नाकामी से दो-चार हुआ है, वहीं बी जे पी ने सूरत-ए-हाल का अंदाज़ा करते हुए यू पी ए हुकूमत से अख़लाक़ी बुनियादों पर मुस्ताफ़ी होजाने का मुतालिबा किया है।

बी जे पी क़ाइद यशवंत सिन्हा ने इस मुआमले में हुकूमत के शर्मनाक मुज़ाहिरे के बाद अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए कहा कि हुकूमत को अख़लाक़ी बुनियादों पर मुस्ताफ़ी हो जाना चाहीए। वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह को अपने ओहदा पर फ़ाइज़ रहने का कोई अख़लाक़ी जवाज़ नहीं है।

हुकूमत लोक पाल बिल की ताईद में दरकार कम से कम 273 ववटस भी हासिल नहीं कर सके। इस अहम बल पर क़ानूनी साज़ी केलिए सिर्फ़ 250 ववटस ही हासिल हुई। अपनी बात जारी रखते हुए उन्हों ने कहा कि राहुल गांधी के ख़ाब चकनाचूर होगए जिस से ये ज़ाहिर होजाता है कि मौजूदा हुकूमत कितनी नाअहल है।

यशवंत सिन्हा ने ख़ुद अपनी कही हुई बात का हवाला देते हुए कहा कि उन्हों ने पहले ही कह दिया था कि वज़ीर-ए-आज़म इस तरह बात कररहे थे जैसे वो अपनी उल-विदाई तक़रीर कर रहे हैं। अगर इन में ज़र्रा बराबर भी अख़लाक़ मौजूद हूँ तो फ़ौरी तौर पर मुस्ताफ़ी हो जाएं। बिल की नाकामी पर ऐवान के क़ाइद परनब मुकर्जी के ब्यान पर तबसरा करते हुए उन्हों ने कहा कि परनब मुकर्जी का ब्यान सयासी नौईयत का था। ये हुकूमत की ज़िम्मेदारी थी कि ऐवान में दरकार तादाद को क़तईयत देती।

ये ज़िम्मेदारी अपोज़ीशन की नहीं है। दूसरी तरफ़ सी पी आई क़ाइद गुरु दास दास गुप्ता ने कहा कि हुकूमत अपने आप को आईने में देख ले क्योंकि हुकूमत क़ानूनसाज़ी केलिए दरकार अक्सरीयत हासिल नहीं कर सके। लोक पाल अब लोक पाल नहीं रहा बल्कि सिर्फ इस का साया या ख़ाका है। एक और मुमलिकती वज़ीर नारायण जिन्हों ने लोक पाल और लोक आयुक़्त बिल पेश किया था, ने भी अपने ख़्यालात का इज़हार करते हुए कहा कि अब हम बल को राज्य सभा में मुतआरिफ़ करवाएँगे।