लोक सभा का इजलास

नई दिल्ली, ३० दिसम्बर: (पी टी आई) लोक सभा के सरमाई सेशन को तारीख़ी लोकपाल बिल की मंज़ूरी के बाद आज ग़ैर मुअय्यना मुद्दत के लिए मुल्तवी करदिया गया। इस सेशन में दीगर कई अहम बिलों को भी मंज़ूर किया गया।

लेकिन पार्लीमैंट में मुसलसल ख़ललअंदाज़ी और शोर-ओ-गुल के बाइस सैशन का निस्फ़ हिस्सा ज़ाए हो गया। सैशन जो 22 नवंबर से शुरू हुआ लोक पाल बिल को दस्तूरी मौक़िफ़ देने में हुकूमत को शिकस्त हुई। इस के इलावा रीटेल शोबा में बैरूनी रास्त सरमाया कारी के सिलसिला में भी कार्रवाई में ख़लल पैदा हुआ था।

इस इजलास की ख़ास बात ये थी कि इस में बहुत एहमीयत का हामिल लोक पाल बिल और लोक आयुक़्त बिल 2011 और बदउनवानी के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने वालों के तहफ़्फ़ुज़ का बिल और 16 दीगर मंज़ूर हुए जिन में प्रसार भारती बिल और ज़िंदगी बीमा बिल शामिल थी।

सरमाई सेशन में जुमला 27 बिल्स पेश हुई। लोक पाल पर बेहस की ग़रज़ से इजलास में तीन दिन की तौसीअ दी गई थी। इस बिल पर कांग्रेस और अपोज़ीशन के अरकान के दरमयान काफ़ी मुबाहिस हुई।