नई दिल्ली
अरसा-ए-दराज़ से लेत-ओ-लाल का शिकार जनरल सर्विस टैक्स बिल आज लोक सभा में कांग्रेस के वर्क आउट के बाद मंज़ूर करलिया गया जबकि हुकूमत ने ये वादा किया कि इस क़ानून के नफ़ाज़ से अगर किसी रियासत को नुक़्सान पहुंचाने और मर्कज़ उसकी पा बजाई करेगा और ये इद्दिआ किया कि जदीद यकसाँ बिलवासता टैक्स की शरह 27 फ़ीसद से भी कम होगी जैसा कि माहिरीन की कमेटी ने सिफ़ारिश की थी।
गुड्स एंड सर्विस टैक्स पर अमलावरी केलिए दस्तूरी तरमीमी बिल दरअसल यू पी ए ने पेश किया था लेकिन आज एन डी हुकूमत ने अपोज़ीशन के इस मुतालिबे को मुस्तरद करदिया कि ये बिल स्टेंडिग कमेटी से रुजू किया जाये जिस के बाद 33 के मुक़ाबिल 352 वोटों से ये बिल मंज़ूर करलिया गया।
ऐवान में वोटिंग के मौक़े पर वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी मौजूद नहीं थे । अपोज़ीशन अरकान ने इस बिल में कई तरामीम पेश कीं जिसे एकलख़्त मुस्तरद करदिया गया । ताहम वज़ीरे फाईनेंस अरूण जेटली के तैयक़ून के बाद सौ गुना राय (तृणमूल कांग्रेस) और बी मोहित ने तरामीम पेश करने से गुरेज़ किया।
ये बिल क़ायम कमेटी से रुजू करने अपोज़ीशन के मुतालिबे को मुस्तरद करते हुए उन्होंने बताया कि माहिरीन की कमेटी ने नए क़ानून की मुख़्तलिफ़ दफ़आत का जायज़ा लेकर तजावीज़ पेश की हैं। इस बिल की सताइश करते हुए वज़ीरे फाईनेंस ने कहा कि ये एक अहम वक़्क़ा है क्योंकि जनरल सर्विस टैक्स के नफ़ाज़ के साथ ही हिन्दुस्तान में बिलवासता मुहासिल की नवीत में यकसर तबदीली आजाएगी|