लोगों की परेशानी को और बढा रहे नक्सली, डरा कर लोगों से बैंक में जमा करा रहे अपना कालाधन

झारखंड: मोदी सरकार द्वारा की गई नोटबंदी ने देश का आम तबका प्रभावित हुआ है वहीँ आतंकवादियों और नक्सलियों को भी इसका भारी नुक्सान हुआ है। कालेधन के सहारे चलते आतंकियों और नक्सलियों की सरकार ने कमर तोड़ कर रख दी है। सुऱक्षा एजेंसियों के सूत्रों का कहना है कि झारखंड और छत्तीसगढ़ में अब नक्सली लोगों को डरा धमका कर अपना काला पैसा बैंक में जमा कराने के लिए दवाब डाल रहे हैं।

सरकार के इस फैसले से उनमे इतनी खलबली मच है कि वह लोगों को जनधन खातों के साथ पेंशन से जुड़े खातों में भी पैसे जमा कराने के लिए कह रहे हैं। गौरतलब है कि लोगों से अवैध वसूली के जरिये नक्सली अक्सर पैसे इक्कठे करते हैं। लेकिन सरकार द्वारा बंद किये गए पाँच सौ और जहर के नोटों के कारण अब हुए परेशान हुए नक्सली लोगों से जबरदस्ती नॉट बदलाने की सजिश रच रहे हैं। लेकिन सचेत हो चुकी सुरक्षा एजेंसियां उन लोगों पर नजर बनाये हुए है जो भारी मात्रा में बैंक में कैश जमा कराने के लिए आ रहे हैं। इस सन्दर्भ में झारखंड पुलिस ने शक के आधार पर कुछ लोगों पर कार्रवाई भी की है।

आपको बता दें कि साल 2014 में जारी किए गए आंकड़े बताते हैं कि नक्सलियों की एक साल की कमाई 140 करोड़ से ऊपर की है जिसमें ज्यादा हिस्सा कैश होता है। देश के 20 राज्य नक्सल प्रभावित इलाकों में आते हैं जहा नक्सली लोगों से वसूली करके ही पैसा जमा करते हैं। नोटबंदी के बाद नक्सलियों द्वारा ऐंठे कालेधन पर आफत आ गई है।