लोजपा-भाजपा इत्तीहाद पर आज हो सकता है फैसला

लोक जनशक्ति पार्टी को अब गुजरात के वजीरे आला और भाजपा के वजीरे आजम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी से किसी तरह का परहेज नहीं है। लोजपा पार्लियामानी बोर्ड के सदर चिराग पासवान ने कहा कि जब अदालत ने नरेंद्र मोदी को साल 2002 के दंगों में क्लीन चिट दे दी है तो उनके बारे में अब ऐसी बातें करना मुनासिब नहीं है।

नरेंद्र मोदी को तो गुजरात दंगे की तहक़ीक़ात कर रही एसआइटी ने भी क्लीन चिट दे दी है। उन्होंने कहा कि अभी भाजपा के साथ लोजपा का इत्तीहाद हुआ नहीं है। इस पर मंगल को दिल्ली में होनेवाली लोजपा पार्लियामानी बोर्ड की बैठक में फैसला लिया जायेगा।

चुनावी पॉलिसी पर गौर

साल 2002 के गुजरात दंगों के बाद उनके वालिद रामविलास पासवान की तरफ से वाजपेयी काबीना से इस्तीफा देने के बारे में उन्होंने कहा कि तब की हालात कुछ और थी। सियासत में हालात बदलती रहती हैं। भाजपा के साथ इत्तीहाद के पीछे ज़्यादा से ज़्यादा सीटें जीतना तो एक मकसद है ही, साथ इत्तीहाद के लिए नजरयाती राजमंदी भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि मंगल की बैठक में इंतिखाबी हिकमत अमली पर गौर किया जायेगा। सियासत में नजरयात एख्तिलाफ़ हो सकते हैं।

इधर, मनाने में जुटी कांग्रेस-राजद

ज़राये के मुताबिक कांग्रेस सदर सोनिया गांधी के सियासी सेक्रेटरी अहमद पटेल को लालू प्रसाद ने फोन कर पूरी बात बतायी। उसके बाद अहमद पटेल से पासवान की बातचीत हुई। इसमें पासवान ने अपनी मजबूरी बतायी। अहमद पटेल ने इस मौजू में तफसील से बातचीत करने की बात कही। उन्होंने पासवान से हुई बातचीत की जानकारी लालू को दी। उसके बाद खुद लालू प्रसाद ने पासवान से राब्ता करने की कोशिश की, लेकिन पासवान के रिहाइशगाह पर न होने की जानकारी पासवान के पीए ने लालू को दी।

लालू पासवान से बात करना चाह रहे थे, लेकिन वह किस नंबर पर हैं, यह न दिये जाने से लालू गुस्सा भी हुए। उन्होंने पासवान के पास अपना पैगाम देने को कहा, लेकिन पासवान से राब्ता नहीं हो सका। दो घंटे के इंतजार के बाद भी पासवान से राब्ता नहीं हो पाया, तो लालू ने यह सारी बात मीडिया को बता दी। फिर पासवान से राब्ता करने का जिम्मा राजद के सीनियर लीडर अली अशरफ फातमी को दिया गया। फातमी का भी पासवान से तब तक राब्ता नहीं हो पाया था।

राजनाथ, जेटली ने दिये इशारे

भाजपा-लोजपा के दरमियान इत्तीहाद को लेकर भले ही दोनों पार्टियों का आला कियादत खुल कर कुछ बोलने से बच रहा हो, लेकिन भीतरखाने इत्तीहाद का खाका को हतमी शक्ल दिया जा रहा है। इसे लेकर भाजपा के रियासती इंचार्ज धर्मेंद्र प्रधान, रियासती सदर मंगल पांडेय समेत दीगर लीडर सोच गौर में जुटे हैं। खुद भाजपा सदर राजनाथ सिंह ने लोजपा के साथ इत्तीहाद की बात को खारिज नहीं किया, बल्कि इशारों ही इशारों में इशारा भी दे दिया। पीर को उन्होंने कहा कि इस सिलसिले में कोई ठोस नतीजा सामने आयेगा, तो बताया जायेगा।