लोटन में मुस्लमान और सिख कम्यूनिटी(फिरका) रहनुमाओं(रहबर) की बरवक़्त(उसी वक़्त) मुदाख़िलत(डकल अंदाजी) के बाइस(सबब) दोनों कम्यूनिटीज़(फिरका) के दरमयान(बेच) तसादुम ( झगडा) का ख़तरा टल (कतम)गया और दोनों कम्यूनिटीज़(फिरका) के एक मुशतर्का इजलास(आपसी मुलाक़ात) में आइन्दा भी किसी तसादुम(झगडा) को रोकने और ग़लत फ़हमियों को दूर करने के लिए एक 12 रुकनी कमेटी बना दी गई है।
इजलास(मीटिंग) में सिख लड़की के साथ की गई ज़्यादती की मुज़म्मत की गई है और इस बात को यक़ीनी बनाने की कोशिश की गई है कि इस किस्म के वाक़ियात को रोकने के लिए कम्यूनिटीज़(फिरका) ना सिर्फ राबते (मेल मेलाप) में रहेंगी बल्कि मुख़्तलिफ़(और भी ) वाक़ियात से एक दूसरे को आगाह (हुश्यार )भी करेंगी। इजलास(मीटिंग) में इस बात पर भी इत्तिफ़ाक़(मालूम) किया गया है के इंग्लिश डीफ़ैंस लीग को दोनों कम्यूनिटीज़ (फिरका) के दरमयान(बेच) होने वाले इख़तिलाफ़ात( झगडा) का फ़ायदा उठाने नहीं दिया जाएगा।
सिख और मुस्लिम कम्यूनिटीज़(फिरका) का ये इजलास(मीटिंग) मुक़ामी गुरद्वारा में हुवा जिस का एहतिमाम लोटन कौंसल आफ़ फ़ेथ ने सुनी कौंसल आफ़ लोटन मास्क और दूसरी तंज़ीमों(जमात) के तआवुन से किया था।
मुस्लिम कम्यूनिटी रहनुमाओं ने बुध (चर्शम्बा) के रोज़ सिखों और मुस्लमानों के दरमयान तसादुम (झगडा) के ख़दशे(हदय्सा) को भाँप(गर्म हवा) लेने के बाद गुरद्वारा क़ियादत के साथ राबिता(मेल जोल) कर के एक इजलास(मेतिङ्)की पेशकश की जिस को गुरद्वारा कमेटी ने क़बूल कर लिया और इस सिलसिले(बारे) में बुध(चर्शम्बा) की शाम छः बजे से रात आठ बजे तक मुक़ामी गुरू द्वारे में सुख और मुस्लिम कम्यूनिटी (फिरका) के नुमाइंदों का एक इजलास(मेतिङ्) मुनाक़िद(अंजाम) हुवा