लोहरदगा जिमनी इंतिखाबात : मुस्लिम वोटरों को रिझाने में जुटे पार्टियां

लोहरदगा : लोहरदगा का तिसिया गांव़ पहाड़ों और जंगलों से घिरा़ नक्सलियों का गढ़़ उग्रवाद मुतासीर पाखर पंचायत के इस गांव में लोहरदगा के जिमनी इंतिख़ाब की धमक है। गांव में बुनियादी सहूलतों की कमी है। चप्पे-चप्पे पर गरीबी-तंगहाली़ बच्चों के पढ़ने के लिए स्कूल नही़ं इंतिख़ाब में इक्के-दुक्के लीडर यहां पहुंचते है़ं। लीडरों से गाँव वाले बेबाक अपनी मसला बताते है़ं। तरक्की का हिसाब भी मांगते हैं। यहां के वोटर भी बंटे है़ं। लोहरदगा जिमनी इंतिख़ाब का रोमांच यहां के गली-कूचे में है। वोटों की सेंधमारी में दल अपनी ताकत लगा रहे है़ं। मुसलिम वोट की छीनाझपटी का खेल चल रहा है़।

लोहरदगा में मुस्लिम वोटर रिवायती तौर से कांग्रेस के साथ रहे है़ं। मुस्लिम इलाके में कांग्रेस की पैठ भी है़। अब झाविमो ने कांग्रेस की टेंशन बढ़ा दी है़। कांग्रेस के बुनियाद वाले इलाके में झाविमो दस्तक दे रहा है़। झाविमो के बाबूलाल मरांडी अपने उम्मीदवार बंधु तिर्की के लिए पसीना बहा रहे है़ं।

उधर दो बार छोटे अंतर से शिकस्त खाने वाले कांग्रेस उम्मीदवार सुखदेव भगत एसेबली के हर पॉकेट में अपने टीम के साथ पहुंचने की कोशिश में है़ं। मुस्लिम वोट बैंक का भरोसा जीतने की कोशिश कर रहे है़ं। कांग्रेस और झाविमो की लड़ाई में एनडीए रास्ता तैयार करने में जुटा है़। शहरी वोट बैंक का दमखम है़। सदान वोट पर भरोसा है, तो आदिवासियों को भी गोलबंद करने की कोशिश है़। भाजपा और आजसू की टीम गांवों में कुछ खास वोट बैंक को टारगेट कर रही है़। नीरू शांति भगत के लिए माहौल बना रहे है़ं। कमल किशोर भगत के जेल जाने के मामले को झारखंडी माटी की लड़ाई बता कर मुक़ामी हिमायत हासिल करने की कोशिश हो रहा है़। लोहरदगा के इंतिखाबी दंगल में एनडीए, कांग्रेस और झाविमो के दरमियान घमसान मचा है़। वोट के उलटफेर के लिए कोशिश हो रही है़।

लोहरदगा में कांग्रेस और एनडीए के अंदर खाने की लड़ाई को मुखालिफत भुनाने की कोशिश कर रहे है़ं कांग्रेस-भाजपा दोनों ही पार्टियों में कुछ लीडर है़ं। इनको मुखालिफत लपकने की कोशिश कर रहे है़ं। भाजपा के एक नाराज लीडर ने एक पार्टी खुसुसि के लिए अपील भी जारी की है़। लोहरदगा से एमएलए रहे उस लीडर का हालांकि अब बहुत असर नहीं है, लेकिन मुखालिफ कोई मौका चूकना नहीं चाहते़।