नई दिल्ली, 02 जनवरी (पी टी आई) मज़हबी अक़लीयतों की तालीम के फ़रोग़ के लिए तशकील करदा एन सी ई आर टी की मुशावरती कमेटी ने लड़कीयों के लिए अलैहदा मदारिस क़ायम करने की तजवीज़ रखी है ताकि उनकी स्कूल तर्क कर देने की शरहों में कमी लाई जा सके ।
बच्चों की मजमूई तरक्की के लिए स्कालरशिप की जामि कसौटी तशकील देने की तजवीज़ भी पेश की गई है। कमेटी ने इकलेती तालीम में गहराई से तहक़ीक़ी उलूम को शामिल करने की सिफ़ारिश भी की है, ये तजवीज़ सामने रखी है कि टीचरों के माबेन तबादले के प्रोग्राम शुरू किए जाएं ताकि टीचर्स मुख़्तलिफ़ हालात में एक दूसरे के तजुर्बात से वाक़िफ़ हो सके, टीचरों और मुंतज़मीन के लिए मुख़्तलिफ़ बेदारी पैकेज जिसे तरतीब दीए जाएं और इकलेती ग्रुपों की तालीम के लिए अमली पॉलीसी और जामि प्रोग्राम वज़ा किए जाएं ।
इलावा अज़ीं इस कमेटी ने पॉलीसी की मंसूबा बंदी को गैर मर्कूज़ करने पर ज़ोर दिया है जिसमें मुक़ामी , बलॉक सतह के कारिंदों और ओहदेदारों को शामिल किया जाये । नीज़ मुख़्तलिफ़ मसाइल पर कम्यूनिटी के साथ क़ौमी सतह पर मुशावरत का रुजहान क़ायम किया जाये।
इस कमेटी की गुज़श्ता माह पहली मीटिंग के दौरान ज़राए के मुताबिक़ एन सी ई आर टी डायरेक्टर ने राय पेश की थी कि जहां इकलेती तालीम के शोबा में कई तहक़ीक़ी उलूम शामिल हैं वहीं मुसलमानों को वसीअ तर शोबों पर तवज्जा मर्कूज़ करते हुए अपनी तालीमी सरगर्मी बदलने की ज़रूरत है।