जयपुर, ०२ नवंबर ( पीटीआई) राजस्थान में एक कम्यूनिटी पंचायत ने ये फ़ैसला किया है कि लड़कीयों को मोबाईल फोन्स के इस्तेमाल की इजाज़त नहीं दी जाएगी यानी उन्हें अपना शख़्सी मोबाईल रखने की इजाज़त नहीं होगी ताकि वो किसी भी तरह लड़कों के साथ रवाबित में ना आ सकें ।
कुछ अर्सा क़बल एक लड़की के एक लड़के के साथ घर से फ़रार हो जाने के वाक़िया के बाद ज़िला डोसा के मुस्तक़र भंडारीज़ में रिहायश पज़ीर बुज़ुर्गों ने तमाम फ़िरक़ों के एक इजलास में मोबाईल फ़ोन के इस्तेमाल पर इम्तिना ( प्रतिबंध) का फ़ैसला किया । दरीं असना भंडारीज़ के सरपंच दुर्गा लाल जो उस वक़्त इजलास में मौजूद थे ने कहा कि मोबाईल फोन्स के इस्तेमाल से हर रोज़ मसाइल में इज़ाफ़ा हो रहा है ।
ख़ुसूसी तौर पर नौजवान तबक़ा इस का ग़लत इस्तेमाल कर रहा है । लड़कीयां मोबाईल फोन्स के ज़रीया लड़कों से क़रीब होती जा रही हैं और फ़ोन के इस्तेमाल की इस आज़ादी से आगे चल कर लड़कीयों के लिए मसाइल पैदा हो रहा है । लिहाज़ा मुत्तफ़िक़ा तौर पर फ़ैसला किया गया है कि लड़कीयों को अपने शख़्सी मोबाईल फोन्स और हिजाब ( जिसे पहनने से उन की शनाख़्त मख़फ़ी हो जाती है ) इस्तेमाल करने की इजाज़त ना दी जाए ।
याद रहे कि 26 अक्टूबर को एक जवान लड़की दूसरे फ़िर्क़ा के एक नौजवान लड़के के साथ जिस ने दसवीं जमात से तालीम तर्क कर दी थी घर छोड़कर फ़रार हो गई और दोनों ही हनूज़ ( अभी तक) लापता हैं । पंचायत के मुताबिक़ ये एक मुत्तफ़िक़ा ( एक राय ) फ़ैसला है जिसे तमाम ख़ानदानों को कुबूल करना चाहीए ।
अगर कोई ख़ानदान अपनी नौजवान लड़की को इस के शख़्सी मोबाईल फ़ोन के इस्तेमाल की इजाज़त देता है तो इस में कोई मज़ाइक़ा नहीं लेकिन ये भी सोचना चाहीए कि पंचायत ने जो भी फ़ैसला किया है वो सब की भलाई के लिए किया है । सरपंच ने पुलिस से भी दरख़ास्त की कि वो घर छोड़कर भागी हुई लड़की को जल्द से जल्द ढूंढ निकाले ।