वक़्फ़ जायदादों के तहफ़्फ़ुज़-ओ-सयानत के लिए दयानतदाराना ख़िदमात काअज़म

(मुहम्मद नईम वजाहत) रुक्न9 आंधरा प्रदेश वक़्फ़ बोर्ड मिस्टर ज़ाकिर हुसैन जावेद ने वक़्फ़ जायदादों के तहफ़्फ़ुज़-ओ-सयानत के लिए दियानतदारी से ख़िदमात अंजाम देने के अज़म का इज़हार किया। आंधरा प्रदेश बार कौंसल के वाहिद मुस्लिम रुक्न मिस्टर ज़ाकिर हुसैन जावेद को हुकूमत ने 25 अप्रैल को जी ओ ऐम ऐस नंबर 47 जारी करके फ़ौरी असर से वक़्फ़ बोर्ड कारकुन नामज़द करदिया है।

सियासत को इंटरव्यू देते हुए जैड ऐच जावेद ने कहा कि वक़्फ़ जायदादों का तहफ़्फ़ुज़ उन की अव्वलीन ज़िम्मेदारी है, वो बहैसीयत रुक्न9 वक़्फ़ बोर्ड वक़्फ़ उमूर और इस के मफ़ादात में सदर नशीन वक़्फ़ बोर्ड ख़ुसरो पाशाह के बिशमोल तमाम अरकान से मुकम्मल तआवुन करेंगे और क़ानूनी मसाइलमें अपनी ज़िम्मेदारी बख़ूबी निभाऐंगे।

मिस्टर जावेद, जोगी पेट ज़िला मेदक के मुतवत्तिन हैं। ज़माना-ए-तालिब इलमी से उन्हों ने ख़ुद को समाजी ख़िदमात और मुस्लमानों की फ़लाह-ओ-बहबूद के लिए वक़्फ़ किया है। जोगी पेट डिग्री कॉलिज के इंतिख़ाबात में दो मर्तबा जनरल सेक्रेटरी के ओहदा पर कामयाबी हासिल की। यूथ कांग्रेस ज़िला मेदक के कई ओहदों पर ख़िदमात अंजाम दे चुके हैं और वुकला की तंज़ीमों में भी कई ओहदों पर फ़ाइज़ रहे। चंद माह कब्ल मुनाक़िदा आंधरा प्रदेश बार कौंसल के इंतिख़ाबात में मुंख़बा 25 अरकान में वाहिद मुस्लिम रुक्न9 हैं।

काबिल-ए-ज़िकर बात ये है कि मिस्टर जावेद ने हाइकोर्ट के बिशमोल हैदराबाद और ज़िला रंगा रेड्डी की अदालतों में तमाम अरकान में सब से ज़्यादा वोट हासिल किए हैं। ज़ाकिर हुसैन जावेद ने बताया कि ज़िंदगी के तमाम शोबा-ए-हियात में मुस्लमानों की नुमाइंदगी वक़्त का तक़ाज़ा है, बिलख़सूस फ़ैसला साज़ इदारों में मुस्लमानों की मौजूदगी से फ़ैसलों में मुसबत नताइज बरामद होते हैं।

रब अलाज़त ने उन्हें दो मवाक़े फ़राहम किए हैं, वो जहां बार कौंसल में मुस्लिम वुकला के मसाइल हल करने कोशिश करेंगे वहीं वक़्फ़ बोर्ड में वक़्फ़ जायदादों के तहफ़्फ़ुज़ और नाजायज़ क़ब्ज़ों की बर्ख़ास्तगी में मुकम्मल तआवुन करेंगे । मिल्लत के मफ़ादात में होने वाले फ़ैसलों में हिस्सादार बन कर फ़ख़र महसूस करेंगे ।

ज़माना-ए-तालिब इलमी से उन की ख़ाहिश है कि मिल्लत के मसाइल पर ना सिर्फ तवज्जा दें, बल्कि अर्बाब मजाज़ तक उसको पहुंचाकर हल करें। वो अपनी मंसूबा बंदी में किसी हद तक कामयाब हुए हैं, उन्हें ख़ुदा की ज़ात पर कामिल भरोसा है, मुस्तक़बिल में भी वो ज़रूर कामयाब होंगे। वक़्फ़ जायदादों के तहफ़्फ़ुज़ मैं ख़ुलूस और दियानतदारी से काम करेंगे। मिस्टर जावेद ने कहा कि वो 27 अप्रैल को बाद नमाज़ जुमा वक़्फ़ बोर्ड पहुंच कर बहैसीयत रुक्न9 वक़्फ़ बोर्ड अपनी ज़िम्मेदारी क़बूल करेंगे।